💛 तेरे मेरे दरमियाँ – एपिसोड 13
“संगीत से सजी मोहब्बत… और एक आख़िरी चिट्ठी”
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“जब प्यार का रिश्ता शादी की दहलीज़ पर होता है,
तो हर रसम एक दुआ बन जाती है,
और हर आंसू… एक उम्मीद।”
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🏡 सीन 1: शादी की तैयारी – संजना का घर
शादी की तारीख़ अब सिर्फ 20 दिन दूर थी।
घर में हलचल, हँसी, रिश्तेदारों की आवाज़ें —
हर कोना जैसे ख़ुशबू से भर गया था।
संजना अपनी माँ के साथ लहंगा सिलेक्शन कर रही थी।
"ये वाला कैसा है माँ?"
"तेरे जैसा ही है… सिंपल और खूबसूरत।"
"पर आरव को लाल रंग पसंद है…"
"तो फिर वही पहन जो उसे पहली नज़र में चौंका दे!"
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📞 सीन 2: कॉल पर आरव और संजना – रात 11:30
"तुम जानती हो न,
मैं तुम्हारे लहंगे से ज़्यादा तुम्हारी आँखों का इंतज़ार कर रहा हूँ उस दिन…"
"तुम क्या पहनोगे?"
"जो भी पहनूं, बस तुमसे मेल खाना चाहिए —
क्योंकि अब से हम एक जैसे दिखेंगे,
जैसे सोचते हैं वैसे ही साथ जिएंगे।"
दोनों मुस्कुरा दिए।
उस रात की नींद उनके सपनों में महंदी की खुशबू लेकर आई।
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🌿 सीन 3: हल्दी की रसम – संजना के घर
गेंदा फूलों से सजी चौकी,
दोपहर की हल्की धूप,
और ढोलक पर गाती औरतें —
"लागे चुनरी में दाग…"
"शरमाई दुल्हन भागे…"
संजना ज़मीन पर बैठी थी,
सारा चेहरा हल्दी से पीला और दिल किसी पीले आसमान सा चमक रहा था।
रूही — उसकी बचपन की दोस्त — कान में फुसफुसाई:
"पता है… तन्वी फिर से एक्टिव हो गई है इंस्टा पर।
कुछ-कुछ अजीब स्टोरी डाल रही है।"
संजना ने अनसुना कर दिया।
उसने आज ठान लिया था —
"अब बस मेरा और आरव का समय है… बीते हुए साये नहीं।"
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🪷 सीन 4: हल्दी का जवाब – आरव की तरफ
आरव के चेहरे पर भी हल्दी लगाई जा रही थी।
उसका भतीजा अर्णव बोला —
"चाचा, आप रो क्यों रहे हो?"
"अरे नहीं बेटा… ये तो हल्दी की जलन है…"
पर उसके दिल में चल रहा था —
"बस अब थोड़ी दूर और, फिर वो मेरे साथ होगी हमेशा के लिए।"
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💌 सीन 5: एक चिट्ठी – तन्वी की आख़िरी बात
शाम को जब आरव होटल के कमरे में था,
रिसेप्शन से फोन आया —
"आपके लिए एक लिफाफा आया है।"
वो चौंका।
लिफाफा खोला —
अंदर एक चिट्ठी थी, हाथ से लिखी हुई।
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> "प्रिय आरव,
ये मेरी आख़िरी चिट्ठी है।
न कोई मलाल, न कोई उम्मीद…
सिर्फ एक सच्चाई —
मैं अब जान गई हूँ कि तुम सिर्फ मेरे बीते कल नहीं थे,
बल्कि अपने आज के लिए लड़ने वाले एक ईमानदार इंसान हो।
मैंने तुम्हें खो दिया,
लेकिन तुमने खुद को पाया।
तुम्हारे चेहरे पर अब जो मुस्कान है,
वो किसी और की वजह से है —
और मैं दुआ करती हूँ वो हमेशा रहे।
अब मैं जा रही हूँ, एक नए शहर, एक नई शुरुआत की तरफ…
तुम्हारी शादी में नहीं आ पाऊँगी,
लेकिन तुम्हें हमेशा ख़ुश देखना चाहती हूँ।
तुम्हारी — तन्वी"
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आरव की आँखें भर आईं —
"कुछ लोग लौटते हैं सिर्फ अलविदा कहने के लिए…
और यही उन्हें मुकम्मल बनाता है।"
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🎶 सीन 6: संगीत की रात – लाइट्स, म्यूज़िक और प्यार
स्टेज पर झूमती लड़कियाँ,
DJ की बीट्स पर झूमते रिश्तेदार,
और मंच पर आने वाली दूल्हा-दुल्हन की जोड़ी का इंतज़ार।
संजना ने एंट्री ली गुलाबी लहंगे में —
गले में फूलों का हार, बालों में मोगरे की ख़ुशबू।
आरव की आँखें जैसे वहीं रुक गईं।
"पता है… तुम मेरी नज़र से हमेशा बच जाओगी।
क्योंकि इतनी खूबसूरती… नज़रों में नहीं, दिल में बसी जा सकती है।"
दोनों ने साथ में एक डांस किया —
"तेरे नाम से जी लूं…"
गाना चल रहा था।
चारों ओर तालियाँ,
और दिलों में बस एक ही बात —
"इनका साथ… अब सज़ा नहीं, दुआ लगेगा।"
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📸 सीन 7: शादी की तैयारी की रात – अंतिम बातचीत
रात को कमरे में अकेले बैठे आरव ने फोन किया:
"कल सुबह तुम्हें मेरी दुनिया बनने की शुरुआत है…"
"और तुम्हें मेरी दुआओं का जवाब मिलने का दिन…"
"डर लग रहा है संजना…"
"तो प्यार भी वहीं होता है जहाँ थोड़ा डर, थोड़ा इश्क और पूरा यकीन हो…"
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📖 सीन 8: संजना की डायरी – शादी की पूर्व संध्या
> "*आज की रात… मेरी आखिरी रात है इस नाम के साथ,
कल से मैं आरव की ज़िंदगी की सबसे बड़ी कहानी बन जाऊँगी।
मैंने कभी सोचा नहीं था कि किसी की मोहब्बत इतनी मुकम्मल होगी,
कि वो मेरे हर डर से लड़ने लगेगा।
और आज…
मैं अपनी रूह, अपना भरोसा और अपने सारे ख्वाब —
उसे सौंप रही हूँ।*"
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🔚 एपिसोड 13 समाप्त
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🔔 एपिसोड 14 में:
💒 शादी का दिन
🌧️ एक भावनात्मक तूफान
👩❤️👨 और एक वादा —
जिसे निभाने के लिए दिल से बड़ा कुछ और नहीं चाहिए…
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