प्रोमो में हमने पढ़ा था कि साहिल अपने पापा से बात कर रहा होता है।
साहिल; हां पापा, बोलिए आपको क्या काम है?
गोपाल जी ( साहिल के पापा); बेटा हमे अर्जेंट में कल तक उस असाइनमेंट की फाइल चाहिए , जो हमे मल्होत्रा के साथ deal करना था।
साहिल; ok पापा! मैं अभी फ्लाइट की टिकट बुक करवा देता हुं मेरी, और आ जाता हुं कल तक वो फाइल लेकर चेन्नई!
गोपाल जी; नही बेटा, तुम्हे आने की जरूरत नही है यहां पर! फिर वहां आगरा में कंपनी कौन देखेगा? मेरा एक फ्रेंड है, मल्होत्रा! जिसका मैनेजर आज उसी शहर में एक शादी में आया है, और वो अभी रात को ही वापस यहां पर आ रहा है। तो तुम्हे बस उसे यह फाइल हैंडओवर करनी है जाकर! बाकी मेरी बात हो गई है उससे, वो लेकर आ जाएगा।
साहिल एक बार को तो शादी नाम सुनते ही स्ट्रेस में आ जाता है, क्योंकि उसे ऐसे फंक्शन अटेंड करना नही पसंद होता है। और यह तो एक अनजानी शादी में जाना और एक अनजान इंसान को ढूंढकर, उसे यह फाइल देकर आना, उसे तो सोचते हुए ही अपने ऊपर दया आ रही थी।
साहिल; ठीक है पापा, अगर आप कहते है तो मैं देकर आता हूं , और फिर आपके कॉल कर दूंगा।
साहिल हमारा lead हीरो है, यह तो आप सभी को पता चल ही गया होगा। साहिल की फैमिली का खुद का प्रोडक्शन हाउस है, और उसकी अलग अलग branches काफी सारे शहरों में बनी हुई है। जिसमे से साहिल ने आगरा की कंपनी संभाल रखी है।
गोपाल मेहता अक्सर मुंबई में ही रहते है और वही की कंपनी भी देखते है। और साहिल को पूरी जिम्मेदारियां दे रखी है, अपने मेहता प्रोडक्शन हाउस की! इस प्रोडक्शन हाउस के जरिए वो म्यूजिक इंडस्ट्री में एल्बम प्रोड्यूस करते है, और काफी सारे नए सिंगर्स को मौका देते है, कि वो अपना टैलेंट सभी को दिखा सके।
साहिल अपनी सिस्टर के साथ यही आगरा में रहता है, और गोपाल जी अपनी पत्नी वेदना मेहता के साथ मुंबई में रहते है।
साहिल अब बिना देर किए उस एड्रेस पर पहुंचता है, जहां का पता उसके पापा ने उसे मैसेज किया था।
वहां पहुंचते ही साहिल को पता चलता है कि यह तो वही शादी है जिसके बारे में मीडिया में इतनी हलचल है। क्रेज बनाने के लिए इन्होंने दुल्हन का नाम तक reveal नही किया था, और आज ही उसे पता चला था कि यह दुल्हन कोई और नही, बल्कि सिंगर किरण है, जिसकी आवाज उसे मदहोश कर देती है। पर उसे तो दूल्हे के बारे में जानकर गुस्सा आता है, जो कभी उसका बचपन में क्लासमेट हुआ करता था, और उसे बिल्कुल भी पसंद नही था। इन्ही खयालों में वो खोया हुआ था, तभी मल्होत्रा का मैनेजर आकर उसे बोलता है कि हेलो सर!
साहिल; हेलो! यह लीजिए फाइल और आपका शुक्रिया कि आपने हमारी हेल्प की इसे पापा तक पहुंचाने में!
मैनेजर; नही सर! मैं तो सिर्फ जा रहा हूं यह फाइल लेकर, और यह मेरी ड्यूटी है। आपकी कंपनी ने वैसे भी हमे बहुत सपोर्ट किया है।
साहिल; अच्छा, ठीक है। अब मैं जाता हूं। और यह कहकर वो चला जाता है।
साहिल शुरू से सभी के साथ अच्छे से ही बात करता था। लेकिन अभी वो थोड़ा frustrate हो गया था, तो वो जाने से पहले एकांत में सिगरेट पीने चला जाता है। जहां पर मीडिया की, या किसी की भी नजर न पड़े उस पर! वैसे भी मीडिया का पूरा ध्यान तो शादी पर ही था, तो उसे हवेली के पास ही में जगह मिल गई, जहां बिल्कुल शांति थी। तो उसने अपनी जेब से सिगरेट निकाली और कुछ सोचते हुए smoke कर रहा था।
इधर आउटहाउस में वो लड़की देखती है कि शादी अब कंप्लीट हो चुकी है, और नया जोड़ा सभी का आशीर्वाद ले रहा था। यह देखकर उसकी आंखो में आंसू आए जा रहे थे। सभी लोग कितने खुश है, सिर्फ मेरे ही लाइफ में खुशियां नही लिखी है, भगवान जी ने! तभी वो देखती है कि अचानक से टीवी बंद हो चुकी है। उसे पता था कि यह तो होना ही है, क्योंकि यह शादी दिखाने के लिए ही तो यह इंतजाम किया गया था उसके लिए! इतना तो वो अब समझ ही चुकी थी, ऐसा इंतजाम देखकर!
तभी आउटहाउस का दरवाजा खुलता है और एक लड़का अंदर आता है। उस लड़की को उसकी शक्ल सही से नही दिख रही होती है, क्योंकि कमरे में फिर से पूरा अंधेरा हो चुका होता है। फिर भी वो एक आस के साथ पूछती है कि कौन है?
तभी वो लड़का बोलता है कि डार्लिंग, मुझे इतनी जल्दी भूल गई तुम! अरे, मैं हुं! और कौन होगा यहां पर तुम्हारे लिए! और वो कमरे में एक बल्ब लगा होता है, उसे चालू कर देता है। जिसमे दिखता है कि यह तो वही लड़का है, जिसकी अभी शादी हो रही थी।
लड़की; विपिन तुम! उसकी आवाज में नफरत भरी हुई थी।
विपिन ; हां डार्लिंग, मुझे तुम्हारी फिक्र हो रही थी तो तुम्हे देखने आ गया कि तुम ठीक तो हो ना! और वो सिमरन की रस्सियां खोल देता है।
लड़की; बंद करो अपनी यह बकवास! अब मैं तुम्हारी इन बातों में नही आने वाली हूं, समझे! और मुझे यह डार्लिंग बुलाना बंद करो, घिन आती है तुमसे और तुम्हारे इन गंदे शब्दों से!
विपिन; अच्छा ठीक है, तो अब नौटंकी बंद करते है, सिमरन! अब ठीक है। तुम्हे तुम्हारे नाम से तो बुला सकता हुं ना मैं? या यह हक भी छीन लिया तुमने मुझसे! और वो हंसने लगता है।
[ अब आप सभी को यह तो पता चल ही गया होगा कि हमारी हीरोइन का नाम सिमरन है।]
विपिन को इस तरह से हंसते हुए देखकर, सिमरन को दिल से hurt होता है। और वो फिर से रुआंसी हो जाती है।
सिमरन; तुमने ऐसा क्यों किया विपिन मेरे साथ?
विपिन कुछ बोलने ही वाली होती है, तब तक उस कमरे में एक लड़की आती है जिसने अपना चेहरा स्टॉल से ढका हुआ होता है। और वो बोलती है कि क्योंकि हम तुमसे नफरत करते है, समझी तुम!
सिमरन; यह तुम बोल चुकी हो किरण पहले भी! अब बार बार मत बोलो! और अब यह चेहरा ढककर क्यों आई हो? अपने आप से नजरे नही मिला पा रही हो क्या?
किरण; यह मुझे तुम्हे बताने की जरूरत नही है, समझी! और वो विपिन को कुछ बोलकर वापस चली जाती है।
विपिन; ओके डार्लिंग! Goodbye हमेशा के लिए! और यह बोलकर वो उसी कमरे में साइड में रखी हुई कैन उठाता है, जिसमे पेट्रोल था, और सब जगह छिड़कने लगता है। यह देखकर सिमरन और भी डर जाती है। और विपिन के सामने हाथ जोड़कर बोलती है, कि प्लीज विपिन, मेरे साथ ऐसा मत करो। तुमने already इतना बुरा किया है मेरे साथ, मैं वो सब माफ करती हुं। प्लीज मुझे जाने दो। और ये कहती कहती सिमरन रोने लगती है।
पर विपिन को कोई फर्क नही पड़ता है, और वो और जोर से हंस लगता है।
विपिन; क्या करू डार्लिंग, मैं तो तुम्हे हमेशा अपने पास रखना चाहता था,लेकिन अब मेरी शादी हो चुकी है, और मैं अपनी वाइफ का कहना तो नही टाल सकता ना! वरना चीज तो तुम कमाल की हो, एक बार तो तुम्हे जरूर चखता डार्लिंग! उसने सिमरन के चेहरे को छूते हुए कहा।
सिमरन इससे थोड़ी पीछे हट गई। अब उसे कोई रास्ता नजर नही आ रहा होता है, तभी वो देखती है कि आउटहाउस का दरवाजा खुला हुआ है, तो वो चुपके से वहां से निकलने की कोशिश करती है, तभी पीछे से विपिन उसका हाथ पकड़ लेता है, और उसे कमरे के अंदर धकेल देता है।
विपिन; (हंसते हुए) क्या डार्लिंग, अभी कोई खेलने का वक्त हैं क्या? मुझे लेट हो रहा है। अभी तो मीडिया के सामने भी जाना है,और अपनी वाइफ को दिखाना है सबको! यह कहकर वो आंख मारता है। और अपनी जेब से माचिस निकलकर आग लगा देता है। और जल्दी से बाहर निकलकर दरवाजा बंद कर देता है।
सिमरन अंदर मदद के लिए चिल्ला रही होती है, लेकिन विपिन उसे अनसुना करके चला जाता है।
इधर सिमरन आग देखकर बहुत घबरा जाती है, और इधर से उधर दौड़ रही होती है, जिससे उसे कोई रास्ता मिले, निकलने का!
लेकिन इसका कोई फायदा नही था, क्योंकि वहां ऐसा कुछ भी नही था, जिससे सिमरन की मदद हो सके। और वो जमीन पर अपने घुटने टिकाकर बैठ जाती है, और रोने लगती है।
सिमरन सोचती है कि उसकी यही सजा है। आज इस हालत की जिम्मेदार वो खुद है। उसने ही आंखें बंद करके भरोसा किया था। सब कुछ उसके सामने हो रहा था,और वो बेवकूफों की तरह अनदेखा करती रही, जिसके कारण ही आज उसे अपना खुद का जीवन व्यर्थ नजर आ रहा था, जो अब कुछ ही पलों में खत्म होने वाला था।
क्रमश:
हेलो फ्रेंड्स! अब आप ही बताइए कि आगे क्या होगा?हमे तो अपनी सिमरन की फिक्र हो रही है। और प्लीज हमारी मेहनत का छोटा सा फल भी देते हुए जाना, यार! मतलब आप सब समझ ही गए होंगे, तो जल्दी से रिव्यू दीजिए, ताकि हमे भी लिखने में मजा आए!
धन्यवाद!❤️✨