साइलेंट हार्ट्स (조용한 마음 – Joyonghan Maeum)
लेखक: InkImagination
एपिसोड 9: दिल का फैसला (The Decision of the Heart)
सियोल की सुबह धुंधली थी, जैसे जिवोन के मन की उलझनें आसमान में बादलों की तरह छाई हुई थीं। मिन्हो का कन्फेशन—“तुम मेरी धुन हो”—उसके दिल में एक नई रोशनी जगा रहा था, लेकिन साथ ही उसके पिता का मैसेज—“कल सुबह कंपनी के ऑफिस आओ”—उसके मन में एक तूफान ला रहा था। जिवोन का स्टेज पर परफॉर्मेंस उसे हिम्मत दे चुका था, लेकिन अब असली जंग थी—अपने सपनों और परिवार की ज़िम्मेदारी के बीच चॉइस करने की।
मिन्हो की बातें, उसकी गर्माहट, और उसका भरोसा जिवोन को एक नई ताकत दे रहा था। लेकिन पार्क जुनहो की चुनौती और उसकी दोस्ताना-लेकिन-ताने भरी बातें जिवोन के मन में एक अजीब-सी बेचैनी जगा रही थीं। क्या वह अपने दिल की धुन को मिन्हो तक पहुँचा पाएगा? और क्या वह अपने पिता के सामने अपने सपनों के लिए खड़ा हो पाएगा?
🏢 पिता का सामना
सुबह जिवोन अपने पिता की कंपनी के ऑफिस पहुँचा। सियोल के बीचों-बीच बनी यह गगनचुंबी इमारत जिवोन को हमेशा भारी लगती थी, जैसे यह उसके सपनों को कुचलने के लिए बनी हो। उसके पिता, हान जंगसु, अपने केबिन में बैठे थे, उनकी आँखों में वही सख्ती थी जो जिवोन को बचपन से डराती थी।
“जिवोन, मैंने तुम्हें पहले ही कहा था,” जंगसु ने ठंडी आवाज़ में कहा। “ये म्यूज़िक का शौक छोड़ दो। तुम्हारा भविष्य यहाँ है, इस कंपनी में।”
जिवोन ने एक गहरी साँस ली। उसका दिल तेज़ी से धड़क रहा था, लेकिन मिन्हो की बातें—“तुम्हारा संगीत तुम्हारी ताकत है”—उसे हिम्मत दे रही थीं। “पापा, मैं संगीत नहीं छोड़ सकता। ये मेरा शौक नहीं, मेरी ज़िंदगी है।”
जंगसु की भौंहें तन गईं। “ज़िंदगी? ये बचपनापन छोड़ो, जिवोन। तुम्हारी ज़िम्मेदारी इस परिवार की है।”
जिवोन ने नज़रें उठाकर अपने पिता को देखा। “पापा, मैं आपकी ज़िम्मेदारी निभाऊँगा। लेकिन अपने तरीके से। मेरा संगीत… वो मुझे ज़िंदा रखता है।”
जंगसु ने कुछ पल उसे देखा, फिर ठंडे लहजे में कहा, “तुम्हें एक महीने का वक्त है। अगर तुम्हारा ये म्यूज़िक कुछ साबित नहीं कर पाया, तो तुम इस कंपनी में मेरे साथ काम करोगे।”
जिवोन का दिल भारी था, लेकिन उसने सिर हिलाया। यह एक मौका था—उसके सपनों को साबित करने का, और शायद मिन्हो के साथ अपनी भावनाओं को और गहरा करने का।
🎤 कंपटिशन का रिज़ल्ट
वापस कैंपस पहुँचते ही जिवोन को खबर मिली कि म्यूज़िक कंपटिशन के रिज़ल्ट्स का ऐलान होने वाला था। ऑडिटोरियम में फिर से भीड़ जमा थी, और जिवोन का दिल तेज़ी से धड़क रहा था। मिन्हो उसके बगल में खड़ा था, उसका हाथ जिवोन के कंधे पर था। “चिंता मत करो, जिवोन। तुमने अपना बेस्ट दिया है,” उसने धीरे से कहा।
जुनहो भी वहाँ था, अपनी गिटार लिए, उसकी मुस्कान में वही आत्मविश्वास था। उसने जिवोन की ओर देखकर हल्के से सिर हिलाया, जैसे कह रहा हो, “मुकाबला बराबर का था।”
जब जज ने रिज़ल्ट का ऐलान किया, हॉल में सन्नाटा छा गया। “पहला स्थान… हान जिवोन!”
जिवोन की आँखें चौड़ी हो गईं। तालियों की गड़गड़ाहट ने हॉल को हिला दिया, और मिन्हो ने उसे जोर से गले लगाया। “मैंने कहा था न, तुम कमाल हो!”
जुनहो ने पास आकर जिवोन का हाथ मिलाया। “तुमने सच में दिल जीत लिया, जिवोन। लेकिन अगली बार मैं तुम्हें हरा दूँगा,” उसने हँसते हुए कहा। उसकी बातों में दोस्ती थी, लेकिन एक हल्की-सी जलन भी।
जिवोन ने मुस्कुराते हुए कहा, “चैलेंज स्वीकार है।”
😤 जुनहो का ट्विस्ट
कंपटिशन के बाद जिवोन और मिन्हो कैंपस के बाहर कॉफ़ी शॉप में बैठे थे। जिवोन अभी भी अपनी जीत के नशे में था, लेकिन मिन्हो की मुस्कान उसे और खुशी दे रही थी।
तभी जुनहो वहाँ आया। “जिवोन, बधाई हो!” उसने कहा और उनकी टेबल पर बैठ गया। “लेकिन तुम्हें पता है, तुम्हारी जीत में मिन्हो का भी बड़ा हाथ है। वो तो तुम्हारा सुपरहीरो है।”
मिन्हो ने हल्के से हँसते हुए कहा, “बस, जिवोन को सपोर्ट किया। असली हीरो तो वो है।”
जुनहो ने मुस्कुराते हुए कहा, “ह्म्म… लेकिन मिन्हो, तुम जिवोन के लिए इतना क्यों करते हो? कुछ खास है, ना?” उसकी आँखों में एक शरारत थी, जैसे वह जानबूझकर मिन्हो को छेड़ रहा हो।
जिवोन का चेहरा लाल हो गया, और मिन्हो ने हल्की-सी झेंप के साथ कहा, “वो… जिवोन खास है।”
जुनहो ने हँसते हुए कहा, “वाह, जिवोन, तुम सच में लकी हो। लेकिन सावधान, मिन्हो को इतना आसानी से मत छोड़ना।” उसने आँख मारकर अपनी कॉफ़ी उठाई और चला गया।
जिवोन और मिन्हो एक-दूसरे को देखकर हल्के से हँसे, लेकिन जिवोन के मन में एक नई बेचैनी थी। क्या जुनहो कुछ समझ गया है?
🌌 रात का गहरा कन्फेशन
उस रात मिन्हो और जिवोन कैंपस के उसी शांत कोने में गए, जहाँ पुराने पेड़ों की छाया में बेंच थी। तारे चमक रहे थे, और हवा में एक नरम ठंडक थी।
जिवोन चुप था, लेकिन उसका मन भारी था। उसने हिम्मत जुटाकर कहा, “मिन्हो, आज मैंने अपने पापा से कहा कि मैं संगीत नहीं छोडूंगा। लेकिन… मुझे डर है कि मैं उनसे जीत नहीं पाऊँगा।”
मिन्हो ने उसकी ओर देखा और धीरे से उसका हाथ थाम लिया। “जिवोन, तुमने आज स्टेज पर सबको दिखा दिया कि तुम क्या कर सकते हो। तुम अपने पापा को भी दिखा दोगे। और मैं… मैं हर कदम पर तुम्हारे साथ हूँ।”
जिवोन की आँखें नम हो गईं। उसने मिन्हो की आँखों में देखा और धीरे से कहा, “मिन्हो, तुम मेरे लिए सिर्फ़ एक दोस्त नहीं हो। तुम… मेरे लिए वो सब हो, जो मैंने कभी नहीं सोचा था।”
मिन्हो की साँसें जैसे रुक गईं। उसने जिवोन के करीब आकर उसके माथे पर हल्के से अपने होंठ छुआए। “जिवोन, तुम मेरे लिए वो धुन हो, जो मैं कभी नहीं भूल सकता।”
उस पल में सारी दुनिया जैसे गायब हो गई। जिवोन की आँखों में आँसू थे, लेकिन इस बार वे प्यार के थे।
🕊️ एपिसोड 9 का अंत
उस रात जिवोन अपने डॉर्म में लौटा। उसका दिल हल्का था, जैसे सारी उलझनें मिन्हो की उस एक छुअन में पिघल गई हों। उसने अपना कीबोर्ड खोला और अपनी धुन फिर से शुरू की। यह अब सिर्फ़ उसका संगीत नहीं था—यह उसका और मिन्हो का प्यार था।
लेकिन अगले दिन उसके पिता का अल्टीमेटम इंतज़ार कर रहा था। क्या जिवोन अपने सपनों और प्यार को बचा पाएगा? और क्या जुनहो की मौजूदगी उनकी कहानी में नया तनाव लाएगी?
लेखक का नोट:
साइलेंट हार्ट्स का नौवाँ एपिसोड पढ़ने के लिए दिल से शुक्रिया! जिवोन और मिन्हो का गहरा कन्फेशन, कंपटिशन की जीत, और परिवार का दबाव—क्या ये सब जिवोन को और मज़बूत करेंगे या टूटने की कगार पर ला देंगे? उनकी कहानी अब एक बड़े क्लाइमेक्स की ओर बढ़ रही है। Matrubharti पर मुझे, InkImagination, को फॉलो करें ताकि आप इस खूबसूरत सफर का हर पल मेरे साथ जी सकें। आपके कमेंट्स मेरे लिए अनमोल हैं—बताएँ, जिवोन और मिन्हो का कन्फेशन आपको कैसा लगा? और क्या जिवोन अपने पिता के सामने डटकर मुकाबला कर पाएगा?