इस चैप्टर को मैने छोटा ही रखा है, ताकि सही तरीके से कहानी आप लोगो को समझ आये, मैं इस कहानी को बहुत दिल से लिख रही हूं, और उम्मीद करती हूं कि आप लोगो को भी ये कहानी अच्छी लग रही होगी, आप अपने सुझाव मुझे डायरेक्ट मैसेज करके भी बता सकते है, और तब तक आप सोचते रहिए की असली कातिल कौन होगा....
आगे.....
फिर आदित्य उस घर मे वापस क्यूं गया??? "इंस्पेक्टर देशमुख ने पुछा"
मुझे नहीं पता सर बस उसने मुझसे ये कहा कि कुछ अधूरे काम पूरे करने है, वैसे भी के घर छोड़ने के बाद, उसके पापा बिमार रहने लगे थे,
एक दिन उन्हें हार्ट अटैक आया,, और कावेरी आंटी ने मुझे ही जिम्मेदार बताया,,
उसके बाद जब उसके पापा रिकवर होकर घर पहुंचे तो आदित्य ने कहा, वो जल्द ही सब कुछ ठीक करके उसे कावेरी मेंसन ले जायेगा,
उसके बाद कावेरी आंटी उसकी शादी रिया से करवाना चाहती थी,, और फिर हमारा रिश्ता भी बिगड़ने लगा..."इतना कहकर आरोही चुप हुई"
क्या कावेरी सच में इतना प्यार करती थी, आदित्य से?? "इंस्पेक्टर देशमुख ने पुछा"
नहीं सर वो सिर्फ दिखावा करती थी, कावेरी आंटी सारी जायदाद अपने बेटे राघव के नाम करना चाहती थी, और आदित्य की सारी पावर वो राघव को देना चाहती थी,, पर आदित्य के डैड ऐसा नहीं चाहते थे,
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क्या कावेरी आदित्य को मरवा सकती है?? "इंस्पेक्टर देशमुख ने कहा"
आय डोंट नो सर, मै श्योर नहीं हूं, वो कर भी सकती है और नहीं भी ..."आरोही ने कहा"
पर आदित्य के मर जाने से सबसे ज्यादा फायदा तो उन्ही को होता, सारी प्रोपर्टी उनके बेटे राघव के नाम हो जाती... इससे बड़ा मोटिव और क्या हो सकता है??? "इंस्पेक्टर देशमुख ने कहा”
हां सर आप सही कह रहे हैं, 80 % प्रोपर्टी आदित्य के नाम थी,, पर कुछ बिजनेस डील ऐसे थे,
जिसमें करोड़ों का फायदा होने वाला था,,
और ये सिर्फ आदित्य ही कर सकता था, क्यूंकि राघव को बिजनेस के बारे में कोई नाॅलेज नहीं था ,
प्रोपर्टी के अलावा भी कावेरी आंटी आदित्य की बिजनेस डील में भी इन्ट्रेस्टैट थी,,
आदित्य उनके लिए सोने के अंडे देने वाली मुर्गी थी, इसलिए वो कभी नहीं चाहती थी कि आदित्य को कुछ हो...."आरोही ने कहा"
तुम्हें ओर किस पर शक है?? "इंस्पेक्टर देशमुख ने पुछा"
सर शक तो मुझे बहुत सारे लोगों पर है,, पर समझ नहीं आ रहा किसको आदित्य की मौत से बहुत ज्यादा फायदा होने वाला था, या फिर आदित्य की मौत की कुछ ओर वजह है….
रिया कैसी लड़की है?? क्या इसे आदित्य पर कोई इंटरेस्ट था?? "इंस्पेक्टर देशमुख ने पुछा"
हां सर मै एक बार रिया से मिली थी...!!
एक पार्टी थी, जो आदित्य ने रखीं थीं,,उस दिन कावेरी आंटी और मेरा बहुत बड़ा झगड़ा हुआ था, मै और आदित्य तब तक शादी कर चुके थे, और कावेरी आंटी ने रिया और आदित्य की इंगेजमेंट एनाउंस की थी, मुझे लगा था, आदित्य उस दिन सबके सामने सच बोल देगा,, और सबको बतायेगा कि मै उसकी पत्नी हूं!! पर वो एक दम चुप था...
फिर दूसरे दिन रिया मुझसे मिलने आई...
उसने मुझसे कहा कि मै आदित्य के लायक़ नहीं हूं, और कावेरी आंटी ने मुझे आदित्य की लाइफ से निकालने के लिए, रिया के पास पूरे 10 लाख भेजे थे!! और मुझे उसकी जिंदगी से हमेशा के लिए जाने को कहा !!
उस दिन मैंने आदित्य को गुस्से में फोन लगाया और ये सब बताया...
पर आदित्य ने मुझसे चुप रहने को कहा, और बोला कि ये शादी वो सिर्फ मेरे लिए सबसे छिपा रहा है,,, कुछ ऐसा है जो अभी मेरे लिए जानना जरूरी नहीं है…
पर ऐसा क्या राज था?? "इंस्पेक्टर देशमुख ने पूछा"
मुझे नहीं पता सर...
तभी इंस्पेक्टर देशमुख का फ़ोन बजता है...
"चलो आरोही मेरे साथ, शायद कुछ पता चला है"
इंस्पेक्टर देशमुख ने आरोही से कहा....
To be continue.....