Dhun ishq ki.... Par dard bhari - 44 in Hindi Love Stories by Arpita Bhatt books and stories PDF | धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 44

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धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 44

सभी लोग पीछे की तरफ देखने लगते है, कि आखिर किसने आवाज लगाई है। तभी दरवाजे की ओर से एक लड़की आती हुई दिखाई देती है, जिसे देखते ही सिमरन खुश हो जाती है। उस समय सभी उस लड़की की तरफ देख रहे होते है, लेकिन साहिल, विपिन की तरफ देख रहा होता है, जिसके चेहरे की हवाइयां उड़ी हुई थी उस लडकी को देखकर!  वो लड़की आगे आकर स्टेज के सामने खड़ी हो जाती है। तभी राजीव जी आते है और पूछते है कि;

राजीव जी - तुम कौन हो, और इस तरह आवाज लगाकर फंक्शन क्यों रुकवाया है?

लड़की - यह तो आप अपने दामाद से ही पूछिए कि मैं कौन हुं, क्यों विपिन? उसने विपिन की तरफ देखकर कहा तो सभी की नजरें विपिन पर जाती है, जो थोड़ा डरा हुआ होता है। विपिन कुछ नही बोलता है, पर राजीव जी बोलते है कि;

राजीव जी - तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई हमारे घर में ही आकर, हमारे फंक्शन को रोककर, ऐसे ड्रामा करने की! और गार्ड्स को बुलाकर बोलता है कि इसे बाहर का रास्ता दिखाओ!

तभी एक आवाज़ आती है, "कोई इस लड़की को हाथ नही लगाएगा!" आवाज आते ही सब उस तरफ देखने लगते है, वो आवाज सिमरन की होती है। सिमरन के ऐसे उठकर बोलना, एक बार के लिए आचार्य परिवार को खामोश कर देता है। तभी किरण उसे कुछ बोलने ही वाली होती है कि विपिन उसका हाथ पकड़कर उसे रोक देता है, और मीडिया के कैमरे की तरफ इशारा करता है। यह सभी ड्रामा मीडिया के कैमरे से सभी को लाइव दिख रहा था। इसलिए कोई कुछ नही कर सकता था। तभी सिमरन उस लड़की के पास आती है और उसके कंधे पर हाथ रखकर बोलती है कि;

सिमरन - मीनाक्षी, तुम बोलो! मैं तुम्हारे साथ हूं। और देखती हूं कि कौन तुम्हे यहां से बाहर निकालता है। तभी ईशान, राजीव जी के पास आता है और उनके कान में बोलता है कि;

ईशान - पापा, मुझे तो लगता है कि यह लड़की, सिमरन दीदी के इशारों पर ही काम कर रही है। ऊपर से यह जानते है कि यहां पर मीडिया के कैमरे भी लगे हुए है, तो हम इनका कुछ कर भी नही सकते है। आप एक काम करिए, इस लड़की की जल्दी से अपनी बात खत्म करके दीजिए। हमे भी तो पता चले कि यह विपिन के बारे में ऐसा भी क्या बोलना चाह रही है।

राजीव जी को ईशान की बात सही लगती है, आखिर वो एक बेटी के पापा है, और उस लड़की के आने से उन्हे भी कुछ शक तो होने लगा था। फिर राजीव जी, सिमरन के सामने देखकर बोलते है कि;

राजीव जी - किसी को हमारे घर के मामले में पड़ने की जरूरत नही है। हम खुद देख लेंगे। फिर मीनाक्षी की तरफ देखकर बोलते है कि, तुम बोलो, कि यहां पर क्या लेने आई हो?

मीनाक्षी - मैं यहां पर बस आप सभी को सच्चाई बताने आई हुं, एक इंसान की! जो ना जाने कितनी ही लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर चुका है। उसने विपिन की तरफ देखकर कहा। विपिन उसकी बात सुनकर घबरा जाता है, लेकिन वो फिर भी कुछ नही बोलता है। 

यह सुनते ही किरण का पारा चढ़ जाता है, और वो स्टेज से ही खड़ी हुई बोलती है कि;

किरण - तुम होती कौन हो, मेरे पति के बारे में ऐसी बातें करने वाली? किसने पैसे दिए है तुम्हे, ऐसा सब बोलने के लिए? यह सुनते ही विपिन फिर से खुश हो जाता है। विपिन मन में सोचता है कि, जब तक यह बेवकूफ लड़की मेरे साथ है, मेरा कोई कुछ नही कर सकता है। 

मीनाक्षी - जिसे तुम अपना पति कह रही हो, उसी की पत्नी हुं मै! और इस कायदे से तुम उसकी पत्नी भी नही हो! मीनाक्षी ने बिना घबराए किरण की आंखों में देखते हुए कहा। सिमरन, मीनाक्षी के पास ही खड़ी हुई थी, और उसे हिम्मत दिए जा रही थी, जिससे कि मीनाक्षी खुद को अकेला समझकर कमजोर न पड़ जाए! सिमरन, तभी मन में याद करती है कि कैसे साहिल ने उसे मीनाक्षी के बारे में बताया था, और उसके बाद उन्होंने मीनाक्षी के साथ मिलकर उसे इस बात के लिए राजी किया, कि वो आए और विपिन की असलियत सभी के सामने लेकर आए। मीनाक्षी पहले मना करती है, क्योंकि वो विपिन के सामने कभी नही आना चाहती थी। पर बाद में सिमरन की कहानी सुनने के बाद, वो उसकी मदद को तैयार हो गई, और यहां आकर विपिन की सच्चाई सबके सामने लेकर आने का ठान लिया। 

फिर सिमरन वापस प्रेजेंट में आती है, और साहिल की तरफ देखकर हल्की सी स्माइल करती है। तभी राजीव जी बोलते है कि;

राजीव जी -यह क्या बकवास किए जा रही हो तुम हमारे विपिन के बारे में! तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई, ऐसा बोलने की! यह मेरी बेटी का पति है, और मेरा दामाद है, समझी! 

सुहाना जी - हम सभी इसे बचपन से जानते है। विपिन की शादी सिर्फ मेरी बेटी से हुई है। फिर वो सिमरन की तरफ देखकर बोलती है कि, तुम्हे शर्म नही आ रही है, कि लोगो  का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए, ऐसी नीच हरकत कर रही हो। कितने पैसे खिलाए है तुमने इस लड़की को? सुहाना जी ने सिमरन को देखते हुए कहा। 

सिमरन उन सभी की बात को इग्नोर कर रही होती है। इधर बाहर मीडिया और लोगो को समझ नही आ रहा था कि यह सब हो क्या रहा है? हॉल के अंदर सिर्फ मीडिया के कैमरे लगे हुए थे, जिसे किरण ने ही लगवाए थे। पर मीडिया के लोग अभी भी हॉल के बाहर ही थे, और यह सब देखकर खुद की ही खुराफाती से इसे ब्रेकिंग न्यूज बना रहे थे। 

रिपोर्टर 1- यह अचानक से किरण और विपिन की पार्टी में कौन आ गया है? और यह न्यू सिंगर सिमरन, इस लड़की को सपोर्ट क्यों कर रहे है?

रिपोर्टर 2- कही न्यू सिंगर सिमरन की कोई पुरानी दुश्मनी तो नही है, आचार्य परिवार से? 

रिपोर्टर 3- क्या लगता है आप सभी को, कि फेमस बिजनेसमैन मिस्टर विपिन सच में ऐसे ही होंगे, या यह कोई जाल है इन्हे फसाने के लिए?

अंदर हॉल में तभी विपिन, मीनाक्षी की तरफ देखकर बोलता है कि;

विपिन - आप प्लीज झूठ मत बोलिए, क्यों मेरी लाइफ में आकर ऐसे आग लगा रही है आप? विपिन ने मासूमियत से पूछा। यह देखकर किरण बोलती है कि;

किरण - तुम्हे बिल्कुल भी परेशान होने की जरूरत नही है, बेबी! मैं जानती हुं कि तुम कैसे हो! इस लड़की का क्या भरोसा? मुझे अपने प्यार पर पूरा भरोसा है, विपिन! उसने विपिन की आंखों में देखते हुए कहा।

विपिन - बस तुम्हारे भरोसा मेरे साथ है, तो मुझे और कुछ भी नही चाहिए! 

मीनाक्षी - किरण, क्या तुम यह देखकर भी यही कहोगी कि तुम्हारे पास खड़ा हुआ इंसान सच्चा है? उसने अपने बैग से मैरिज सर्टिफिकेट और कुछ फोटोज निकालते हुए बोला! 

राजीव जी सबसे पहले वो फोटो देखते है। उसने उन्हे विपिन और मीनाक्षी दिखाई दे रहे थे। और मैरिज सर्टिफिकेट में विपिन के साइन भी इसी बात का सबूत दे रहे थे। यह सब देखकर राजीव जी, विपिन की तरफ देखते है और बोलते है कि;

राजीव जी - यह सब क्या है विपिन? मैं तुमसे पूछ रहा हुं विपिन कि यह क्या है? उन्होंने थोड़ी तेज आवाज में बोला तो किरण बोलती है कि;

किरण - पापा, आप किसकी बातों में आ रहे है। यह लड़की सब ड्रामा कर रही है। मैं जानती हूं विपिन को, कि वो ऐसा कुछ नही कर सकता है। यह सब हमारे खिलाफ साजिश है। 

विपिन - पापा, यह सब इस लड़की ने, सिमरन की मदद से झूठे सबूत पैदा किए है। आप समझने की कोशिश कीजिए! तभी ईशान बोलता है कि;

ईशान - ओए विपिन, अब अपना ड्रामा बंद कर! फिर वो राजीव जी की तरफ देखता है और बोलता है कि, पापा, आप इसकी बात पर अब भी विश्वास करना चाहेंगे? इसने सिर्फ हमारा फायदा उठाया है! 

किरण - ईशान, अपनी हद में रहो! तुम विपिन से ऐसे बात नही कर सकते हो! तुम भी सिमरन के साथ मिले हुए हो ना? किरण की आंखें अब थोड़ी नम हो गई थी, लेकिन उसका विश्वास अब भी नही टूटा था। उसने ईशान के ऊपर blame लगाते हुए बोला। 

तभी सिमरन बोलती है कि; 

सिमरन - किरण, तुम सच में विपिन के हाथों की गुड़िया बनकर रह गई हो! 

किरण - तुम चुप करो सिमरन, तुम्हे पच नही रहा है ना कि विपिन अब मेरा हो चुका है। इसलिए ऐसे हरकत करके उसे बदनाम करने की कोशिश कर रही हो ना! यह सुनते ही साहिल के चेहरे पर गुस्सा आ जाता है, और वो आगे बढ़ने ही वाला था कि तानिया उसका हाथ पकड़ लेती है। 

तानिया - साहिल, अपने गुस्से पर थोड़ा सा काबू रखो! हमे अभी बहुत कुछ साबित करना बाकी है। जरा एक बार सिमरन की तरफ देखो, उसे देखकर लगता है कि वो इन सब बातों से घबरा रही है, या उसे कोई फर्क पड़ रहा है। 

साहिल - उसके चेहरे पर तो अलग ही कॉन्फिडेंस है ,दीदी! 

तानिया - हां, तो फिर जैसा सोचा है, वैसा ही होने दो! कोई प्रॉब्लम हो, तो हम सभी साथ में देख लेंगे! 

सिमरन - तुम्हारी बात का जवाब मैं दूंगी किरण! तुम्हे मीनाक्षी के सबूतों पर भी विश्वास नही है ना, तो मैं तुम्हे अब ऐसा सबूत दूंगी कि तुम खुद इस इंसान को थप्पड़ मारोगी! 

क्रमश :