Balatkar ki saja sirf Mout - 3 in Hindi Thriller by S G Murthy books and stories PDF | बलात्कार की सजा सिर्फ मौत - भाग 3

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बलात्कार की सजा सिर्फ मौत - भाग 3

विशाल, रीना से कहता है : "चलो, कोई आ जाए उसके पहले यहां से निकल चलते हैं"

रीना सिर हिलाते हुए: "हां, विशाल, अपना काम प्लान के मुताबिक हो गया है, चलो" 

अक्षय का कार, धूं धूं करके जलने लगती है, अंदर अक्षय की डेड बॉडी ड्राइविंग सीट पर कुछ ही समय बाद जलने को तैयार रहती है। कार से निकलने वाली लपटें और धुवां आसमान की तरफ उठ रही थी। बड़ा भयानक मंजर लग रहा था। 

रीना और विशाल वापस उस पेड़ के पास जाते हैं, रीना अपनी लेडिस बैग उठा लेती है । जो चादर बिछा हुआ था उसे उठा कर जल्दी जल्दी लपेट कर विशाल को दे देती है, विशाल चादर को लेकर, दौड़ता हुआ जलती हुई कार के ऊपर फेंक आता है, चादर अक्षय ने कार अपने कार से निकाला था। 

विशाल अपने बैग के पास आकर, उसमे खाली कंटीनर और माचिस रख कर बैग को गले में लटका लेता है ।

दोनो एक नजर जलती हुई कार को देखते हैं और वहां से लगभग दौड़ते हुए सड़क की ओर जाने लगते है। कुछ ही दूर जाने पर उन्हें एक जोर का धमाका सुनाई देता है, वे समझ जाते है कि यह धमाका कार के ब्लास्ट होने की है।

वे दोनों दौड़ते हुए जंगल को  पार करते हुए बाहर सड़क पर आ जाते हैं। दोनों बुरी तरह हांप रहे थे, दोनों के चेहरे पर डर साफ दिखाई दे रहा था, पसीने से चेहरा और कपड़े भींगे हुऐ थे। विशाल सड़क के किनारे खड़ी अपनी बाइक के पास आ जाता है, रीना उसके पीछे थी।

सड़क पर आने तक अंधेरा हो चुका था, आकाश में चंद्रमा निकला हुआ था, उसकी हल्की रोशनी फैली हुई थी। विशाल बाइक को स्टैंड से उतार कर स्टार्ट कर लेता है ।  रीना के पीछे बैठते ही  विशाल हेड लाइट जला कर बाइक को तेजी से आगे बढ़ा देता है । 

विशाल बाइक को सड़क पर तेजी से दौड़ाता हुआ रीना के घर की ओर जाने लगता हैं। करीब तीन किलोमीटर जाने के बाद, विशाल बाइक को रोक देता है, रीना बाइक से उतर जाती है ।

रीना कहती है: "हां, ये जगह ठीक रहेगा"

विशाल और रीना,  सड़क से नीचे थोड़ी दूर चल कर एक जगह रुक जाते है, अंधेरा जरूर था, पर हल्के रोशनी में सब दिखाई दे रहा था ।  विशाल अपने गले से बैग उतार कर उसमे से कंटीनर और माचिस निकाल लेता है।

विशाल बैग को जमीन पर रख कर पेट्रोल छिड़क कर कंटिनर को बैग के ऊपर रख देता है और उसमें आग लगा देता है ।

विशाल, रीना की ओर देख कर कहता है : "हां, अब चलो, ये काम भी हो गया" 

दोनों सड़क पर आ जाते है, विशाल, रीना को अपनी ओर खींच कर गले लगा लेता है, विशाल नजदीक से रीना के चेहरे को देखता है, आंखों में आसूं निकल कर गालों में बह रहे थे, विशाल उसके आंसू पोंछते हुए गालों को किस्स करके कहता है "रीना, चिंता मत करो, हम अपने मकसद में सफल होंगे, मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं"

रीना उसके सीने पर सर रख कर कहती है : "हां, विशाल! मुझे  विश्वास है, मैने इतना बड़ा बीड़ा सिर्फ तुम्हारे भरोसे उठाया है, तुम हमेशा मेरा साथ देते आए हो"

विशाल अपने दोनों हाथों से रीना का सिर पकड़कर माथे पर किस करते हुए कहता है: "रीना! हम जो कर रहें है, उसका जो भी नतीजा हो, मैं भुगतने को तैयार हूं,  मुझे तुम्हारे लिए जो भी करना होगा,  मैं करने को तैयार हूं, रीना आई लव यू" कहते हुए उसे फिर से उसके गालों पर किस्स करता है ।

रीना : "लव यू टू,"  कहते हुए विशाल से लिपट जाती है।

दोनों कुछ क्षणों बाद अलग हो जाते है, विशाल रीना को बैठाकर बाइक चलाने लगता है ।

रीना LIC में क्लर्क का काम करती थी, सैलरी अच्छी थी, रीना रोज अपनी स्कूटी से ऑफिस जाया करती थी। 

आज, रीना ने अपने प्लान के अनुसार अक्षय को ठिकाने लगाने, ऑफिस अपनी स्कूटी में ना जाकर विशाल को बाइक लेकर, घर बुला लिया था । 

रीना, अपने काम को अंजाम देने के लिऐ ही अक्षय को जंगल में शाम के समय लेकर आई थी, अपनी सहेली वाली झूठी कहानी बता कर ।

24 साल की रीना, 5 फिट 2 इंच हाइट, बहुत सुंदर, अच्छी फिगर,  कोई उसे एक बार देख ले तो, फिर उसे देखता ही रह जाए, चालाक, अपने काम मेंफोकस्ड रहने वाली।

यह कहानी उड़ीसा के एक शहर रायगढा से जुड़ी हुई है, अक्षय इसी शहर में रहता था, जहां से जंगल 5 किलोमीटर की दूरी पर थी, शहर वालों के लिए जंगल और उससे लगा पहाड़ घूमने का पर्यटन स्थल था । रीना का गांव कंचनपुर, रायगढ़ा शहर से 7 किलोमीटर की दूरी पर था । 

जंगल रायगढ़ा और कंचनपुर के अपोजिट साइड में बीचों बीच था, गांव से जंगल करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर था ।

28 वर्षीय अक्षय रायगढा के पेपर मिल में एक छोटे से यूनिट का असिस्टेंट मैनेजर था । अक्षय दिखने में स्मार्ट और सुंदर था । अक्षय अभी तक अविवाहित था, स्मार्ट लड़कियों के प्रति उसका आकर्षण ज्यादा रहता । 

घर में मां बाप के अलावा एक  छोटी बहन, जो 14 साल की थी, पिता भी एक प्राइवेट कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर  कार्यरत थे । खुशहाल परिवार था, घर वाले सिर्फ अक्षय से परेशान रहते थे । 

अक्षय अय्याशी किस्म के नेचर का था, खर्चीला, घूमना फिरना, दोस्तों के साथ पार्टी मनाना उसकी हॉबी थी, मां बाप इसी बात से अक्षय से नाराज रहा करते थे और जल्दी से जल्दी उसकी शादी कर देना चाहते थे, पर अक्षय शादी में इंटरेस्टेड नहीं था ।

रीना, बाइक में बैठे बैठे अक्षय को याद कर रही थी कि उसने कितनी चालाकी से उसे अपने जाल में फंसाया और मौत के घाट उतारा (फ्लैशबैक)....

एक महीना पहले, अक्षय की मुलाकात रीना से एलआईसी ऑफिस में ही हुई थी । 

उस दिन रीना, जब अक्षय को ऑफिस में देखी तो चौंक गई, उसका चेहरा खिल गया, जैसे रीना को अक्षय का ही इंतजार था ......

रीना ने अपने प्यार के जाल में अक्षय को कैसे फंसाया? रीना और विशाल की प्रेम कहानी सच्ची है या रीना का कोई खेल?

To be Continued  .... कृपया, अगले भाग का इंतजार करें ....🙏

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