Tere Mere Darmiyaan - 25 in Hindi Love Stories by CHIRANJIT TEWARY books and stories PDF | तेरे मेरे दरमियान - 25

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तेरे मेरे दरमियान - 25


अनय :- अगर ऐसा कुछ हूआ है । तो मेरा भरोसा किजिये वो टेंडर आपको ही मिलेगा । मैं इस बात जरुर पता लगाउगां । 




अनय आदित्य से कहता है ।



अनय :- Thank you. मुझे सच्चाई बताने के लिए ।



इतना बोलकर अनय वहां से चला जाता है ।



अशोक :- चलो अच्छा है । अब दैखते है क्या होता है ।



जानवी :- क्या पापा ------ ये सब ढोंग है इनका । खुद ही सिफारिस करते है और हमारे सामने अनजान बनते है । 



आदित्य: - नही जानवी । अनय कभी झुट नही बोलता । अगर टेंडर अनय का नाम लेकर गलत तरीके से दिया गया है तो यकीन मानो ------वो टेंडर तुम्हें ही मिलेगा ।


आदित्य के इतने विश्वास के साथ कहने पर अशोक और जानवी दोनो ही हैरान थे । अशोक को पता था के अगर आदित्य ने कहा है तो जरुर कुछ होगा । क्योकी अशोक को ऐसा लग रहा था के उसने आदित्य को किसी बड़े बिजनेस की मिटीगं मे दैखा था पर कहां यो याद नही था । अशोक मन ही मन सौचता है ।




अशोक :- ये आदित्य जरुर कुछ छुपा रहा है । कही ये अपनी आईडेंटिटी तो नही छुपा रहा है ?



जानवी से रहा नही जा रहा था के अनय ने उसे इतनी आसानी से कैसे कह दिया , जानवी वहां से अनय के पास चली जाती है । अनय जानवी को दैखकर कहता है ।



अनय :- अरे मिस जानवी । क्या बात है ? क्या कुछ Doubt रह गया था ।




जानवी :- अनय सर मुझे आपसे एक बात Confirm करना था । 




अनय :- जी बोलिए ना ।




जानवी :- सर आपने अभी जो कहा के अगर मेरा डाला हूआ रेट कम हूआ तो वो टेंडर आप मुझे दे दोगे । 




अनय :- मिस जानवी मैं झुट नही बोलता । मैने जो कहा सच कहा ।




जानवी :- पर सर क्या ये सच नही है के आपके ही कहने पर विकास को ये काम मिला है ?





अनय :- नही । मैं उस विकास को तो जानता तक नही हूँ । मैं इस बात का पता लगा लूगां के किसने मेरे नाम का इस्तेमाल करके उसे ये काम दिलाया है । 
अनय से इतना सुनकर जानवी खुश हो जाती है और फिर कहती है ।




जानवी :- सर मैं आपसे माफी चाहती हूँ के मेरे होने वाले हसबेंड आदित्य ने आपसे इस तरह से बात किया ।




अनय :- अरे आप उसकी चितां क्यो करती हो । हम दोनो मे ये सब चलता रहता है । 




अनय इतना बोलकर वहां से चला जाता है । पर जानवी को अनय की यो बात बहोत अजीब लगी के हम दोनो मे ये सब चलता रहता है । जानवी हैरानी से आदित्य की और दैखती है । आदित्य जानवी की और दैखकर हल्की मुस्कान दे रहा था ।
जानवी मन ही मन सौचता है ।




जानवी :- ये आदित्य और अनय के बिच ऐसा क्या है के अनय सर ने ऐसा कहा ।



तभी वहां पर विकास आ जाता है ।




विकास :- हाय बेबी । 



जानवी विकास के बात का कोई जवाब नही देती है और वहां से जाने लगती है तो विकास जानवी का हाथ पकड़कर कहता है ।




विकास :- इतनी भी क्या नफरत हो गई मुझसे जानवी । के अब तुम मुझसे बात तक नही कर रही हो ।



जानवी :- विकास छोड़ो मेरा हाथ ।
तभी वहां पर मोनिका और विकी भी आ जाती है ।




मोनिका :- वाव ! तुम दोनो एक साथ कितने अच्छे लग
रहे हो ।



जानवी :- बकवास बंद करो मोनिका । 



मोनिका :- बकवास । अरे मैं तो सच ही बोल रही हूँ । 
विकी :- मोनिका सही कह रही है जानवी । तुम दोनो बने ही हो एक होने के लिए । और वैसे भी तुम उस भीखारी आदित्य से शादी करते क्या करोगी । ना तो उसके पास जॉब है और ना ही पैसा । तुम अपना ही मजाक बनाओगी ।



जानवी :- मैं किससे शादी करुँगी । ये मेरा Personal metter है । आप सब इस मामले से दूर रहो ।




विकी :- लगता है तुम मेरी बात ठिक से समझी नही । अगर तुम विकास ये शादी कर लोगी ते मैं तुमसे वादा करता हूँ के मैं तुम्हारी कंपनी को बहोत आगे तक लेकर जाउगां । 




जानवी :- वैसे ही ना , जैसे कल वाला टेंडर आपने अनय सर का नाम लेकर चिटिंग करके इस विकास को दे दिया है ।




जानवी से इतना सुनकर विकास और विकी हैरान था । वो लोग सौच मे पड़ जाते है के जानवी को इस बारे मे कैसे पता ।




मोनिका: - How dare you जानवी । तुम जानती हो विकी कौन है । ये तुम्हारे उस भिखारी आदित्य के जैसा नही है । तुम इससे ऐसे बात नही कर सकती हो । अगर चाहे तो तुम बर्बाद हो जाओगी ।




जानवी :- सबसे पहले तो मिस मोनिका । तुम मेरे होने वाले हसबेंड की इज्जत से नाम लो । वैसे तुम्हारी खुद की क्या औकात है । तुम तो पैसे के लिए उसे छोड़कर विकी के पास आ गए । कल कोई और मिलेगा तो क्या पता तुम विकी को छोड़कर उसको पास चली जाओगी ।



जानवी की बात को सुनकर मोनिका गुस्सा हो जाती है और जानवी को थप्पड़ मारने जाती है ।




मोनिका :- How dare you .... ( जानवी को मारने जाती है )



 तभी आदित्य आके मोनिका का हाथ पकड़ लेता है । और कहता है ।



आदित्य :- अपने हाथ को अपने काबु मे रखो मोनिका । हाथ सिर्फ तुम्हारा ही नही मेरा भी उठ सकता है ।




विकी :- तुने मोनिका को हाथ कैसे लगाया ।




मोनिका :- छी: , इसके छुने से कही मुझे बिमारी ना हो जाए । पता नही ये नहाया भी होगा के नही । विकी मुझे नहाना पड़ेगा , चलो जल्दी वरना मैं बिमार हो जाउगीं ।




जानवी :- हां हां , विकी इसे जल्दी लेकर क्योकी कीटाणु तो इसके शरीर मे और ज्यादा होगी । ये बेचारी तो लख पती भी नही है ।



जानवी से अपना बुराई सुनकर मोनिका गुस्से से पागल हो जाती है और जानवी पर फिर से हाथ उठाती है । तो आदित्य मोनिका का हाथ पकड़ लेता है और मोनिका को एक जौरदार थप्पड़ मारता है । पार्टी मे सभी हैरानी से मोनिका की और दैख रहा था । मोनिका सभी की और नजरे घुमाती है सभी उसको दैख रहा होता है , मोनिता को बहोत बेईज्जत फिल होने लगा था । तभी विकी कहता है ।




विकी :- How dare you. You basterd. तुम इस दौ कोड़ी जानवी के लिए मोनिका पर हाथ उठाया । अरे जानवी जो विकास से प्यार करती थी । और अपना सारा पैसा लेकर अपने बाप को धोका दैकर विकास के साथ भाग जाना चाहती थी । तुम ऐसे बद जलन लड़की के लिए ।



विक्की इतना कहता ही है के आदित्य ने विकी को भी एक जौरदार थप्पड़ मारता है । जिससे सभी हैरान हो जाता है । क्योकी विकी तिवारी ग्रुप्स के नए प्रोजेक्ट का मेनेजर था । विकी गुस्से से कहता है ।



विकी :- तेरी इतनी हिम्मत । तु जानता नही है , तुने किसपर हाथ उठाया है । अब तुम दोनो की उलटी गिनती सुरु ।



To be continue....154