तेरी ये खामोशी हमे और भी तड़पाती है,
न जाने रह रह कर दिल को क्यों धड़काती है,
रुक सी जाती है धड़कन जब तुम होते हो करीब,
बोलना चाहते हजार बाते, फिर भी जुबा लड़खड़ाती है।

#केप्टन @श्याम

Hindi Blog by Nirav Patel SHYAM : 111320509

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