मत पूछ मेरे सनम के तेरे गम ने मुझे कितना रूलाया है,
जितनी भी तेरी यादें आई उस सब ने दिल को सताया है,
अब जीने की उम्मीद तो नहीं है मुझको बस मरने के लिए दुआ की है,

Hindi Shayri by Deepak Sawase : 111345359

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