चार दिनों की जिंदगी में क्यो कटुता अपने ह्दयों में रखे ।
प्यार सद वयाहार से जितना जीवन मिला दिल से जिये ।
#कटु

Hindi Poem by कमलेश शर्मा कमल सीहोर म.प्र : 111472177

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