Deep Joshi 4 years ago

भाई तभी तो हमने व्यग किया

shekhar kharadi Idriya 4 years ago

दिल से धन्यवाद दमयन्ती जी..💐👏

shekhar kharadi Idriya 4 years ago

दिल से धन्यवाद दमयन्तीजी..💐👏

shekhar kharadi Idriya 4 years ago

दिल से धन्यवाद..💐👏

shekhar kharadi Idriya 4 years ago

दिल से धन्यवाद पारुलजी..💐👏

shekhar kharadi Idriya 4 years ago

दिल से धन्यवाद सरोजजी..💐👏

shekhar kharadi Idriya 4 years ago

दिल से बहुत धन्यवाद अस्मिताजी..💐👏

shekhar kharadi Idriya 4 years ago

दिपकजी यथार्थ लिखा है क्योंकि कई ऐसी पोस्ट मैंने पढ़ि जो किसी जानेमाने कवि, शायर, गीतकार कि थीं लेकिन उन्हें जरा भी सम्मान दिया नहीं, अर्थात उनका जिक्र भी नहीं किया और स्वयं को सृजनकार बता दिया, क्या इंसान इतना स्वार्थी बन गया है सिर्फ़ लाईक और वाह वाह लूटने के लिए, वो सही-गलत का भेद भी भूल गए, वो क्या जाने एक सृजन करने के लिए कितनी मस्तिष्क से मशक्कत करनी पड़ती है , वो एक सच्चा और प्रमाणिक सृजनकार ही जानता है ।।

shekhar kharadi Idriya 4 years ago

दिल से धन्यवाद अंजली जी..💐👏

Deep Joshi 4 years ago

शेखर जी आप इतना कङवा सच कैसे बोल रहे है आखिर हम भी इंसान है ।

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