#my super hero.......my dear papa


की जब पेहलीबार देखा उन्हें,वे मुस्कुराते हुए पाए गय,
थोड़े से हम बड़े हुए, उन्हें पापा कहके बुलाते गए!
जब थोड़े से कदम अपने पैरों पे चले,
मुड़के देखा तो हमारे कदम पे कदम मिलाते गए!
कई बार डाँट लिया हमारी गलतियों पर,
फिर खुद ही मन ही मन खुदको कोसते गए!
उनके मना करने के बाद भी हम शरारत पे शरारत करते गए,
फ़िरभी वो मन ही मन मुस्कुराते गए!
'कब बड़े होगे तुम'यह कहकर,
खुद ही हमारे साथ बच्चों की तरह पैस आते गए!
की जब कभी हमे खामोश देख लिया,
फिर खुद ही कुछ बेचैनियों में नज़र आये गए!
हरपल ख्याल रखते गए हमारी ख्वाइशों का,
फिर खुदके सपनों को हमारे सपनो के साथ जुड़ते गए!
कई सारी मन्नतें की होगी पिछले जनममे,
की आज हमें हमारे पापा, उन फरिश्तों के रूप में पाये गए!

Hindi Poem by Kiran : 111563546

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now