आँखों की नींद ये कहे, चलो सपने देख ले...
चेहरे की मुस्कान ये कहे, कि थोड़ा खिलखिला ले...
होसले ये कहे, कि थोड़ा और आगे बढ़ चले...
और नया साल ये कहे, कि चलो कुछ उम्मीदें लिए आगे बढ़ चले...
#Shweta

Hindi Poem by Shweta Singh : 111637422

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