lकाला सा साया...पीछे जो आया,
समय के साथ अपना...रूप बढ़ाया,
खुद की मौजूदगी दिखा कर... खुद से मिलाया,
घड़ी की सुई के नॉक पर... जन्म और मृत्यु का काल समझाया,
काला सा साया पीछे जो आया।
🖤🖤🖤
जिंदगी के सफर मे,बढ़ते क़दमों और बढ़ते वक्त के साथ बुरी सोच,बुरे ख़याल जन्म तो लेते हैं पर वक्त के साथ ख़तम भी हो जाते हैं,
तो बस...बिना सोचे, बिना रुके चलते रहो।