आंखे खुले तो मैं देखूं तुझे,
सिर्फ यही फरमाईश है ।

पहली तो मुझको याद नहीं,
तु मेरी आखरी ख्वाइश है ।

तुम ऐसे मुझमें शामिल हो,
तुम जान मेरी तुम ही दिल हो ।

शायद में भुला दू खुद को भी,
पर तुमको भूल न पाऊंगा ।

में फिर भी तुमको चाहूंगा,
में फिर भी तुमको चाहूंगा ।

Hindi Romance by Jainish Dudhat JD : 111713858

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