हर सफर में मुस्कुराकर चल दिया करती हूं मैं,
मंज़िल का पता हो न सही आगे कदम बढ़ाया करती हूं मैं।
हो भले ही घना अँधेरा आगे ,
रास्ता ढूंढ लेने का हौंसला रखती हूं मैं ।

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