हर दर्द को अपना लिया,
हमने नहीं शिकवा किया...

जो मिल गया सो मिल गया,
जो पाना था सो पा लिया।
संगीत है जीवन सुना तो,
इक राग मन ने गा लिया।

न जोर है न ही शोर अब,
है छायी उदासी भोर सब।
सूखा पड़ा उपवन जहां का,
सिसकता मन मोर है।

-सनातनी_जितेंद्र मन

Hindi Song by सनातनी_जितेंद्र मन : 111780530

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