#इश्क़ की नगरी 4
तेरे शहर की हवा से भी, अब हमें मुहब्बत है,,
तेरे गली मोहल्ले की सुगंध से भी अब हमें मुहब्बत है,
जो तू एक नजर देखती है हमें
तुम्हारी उस नजर से भी हमें मुहब्बत है
तेरे इश्क़ की नगरी भी मेरे इश्क़ की कहाँवत है।

-BD Vaishnav

Hindi Shayri by BD Vaishnav : 111788840

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