रूस-यूक्रेन का युद्ध देखकर चुनाव का मुद्दा ना बनाइये!
अपने देश के प्यारी बेटी-बेटा जल्द वापस लाइए ll
बड़े नेता कहते है हररोज हम कोशिश करते है!
टीवी के ज़रिये पांच पच्चीस बुलाकर अच्छा बोलने को ट्रेनिंग देते है!
ईतनी हमदर्दी होती तो हमारे बच्चे बाहर पढ़ने ना जाते!
थोड़ी मेडिकल कॉलेज ज्यादा बनाई होते !
काश!केहने का मन तो बहोत है मगर!
दोष देने के बजाय हमारे भूख से तड़पते बच्चें को लाएं अगर !!
- वात्सल्य