हमें तुमसे प्यार कितना

ये तुम नहीं जानते

तुम्हें हमसे नफरत क्यों

ये हम नहीं जानते

पर खुद पे है भरोसा इतना

कि न तुम्हें करेंगे रुसवां

न खुद को होने देंगे पशेमां

Hindi Shayri by S Sinha : 111870391

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