क्या तुजे पैगाम लिखू,..
तुज संग बीती शाम लिखू या तुज बिन बीती शाम लिखू
उस मुलाकात का राज़ लिखू या अपनी राज़भरी मुलाकात लिखू
तुजमे गुजरी वो रात लिखू या तुज बिन बेरन रात लिखू
तेरे प्यारका अहेसास लिखू या तेरे भ्रम का अहेसास लिखू
आग बरसाती बरसात लिखू या बरसात में थी वो आग लिखू
साथ देखे वो ख़्वाब लिखू या तेरे लिए कोई ख़्वाब लिखू
तुमसे सुनी थी वो बात लिखू या जो कहनी है वो बात लिखू
तूने दिखाया वो प्यार लिखू या मुझे सिखाया वो प्यार लिखू
उभरते हुए जज्बात लिखू या बिखरते हुए जज्बात लिखू