कैसे समझाएं तुम्हें प्यार क्या चीज है

ये वही जानता है जो इसका मरीज है

प्यार अगर मीठा साज़ है

तो काँटों का ताज भी है

प्यार जताना है बड़ा आसां

पर करके निभाना नहीं आसां

प्यार को अगर प्यार नहीं मिलता है

तो आदमी टूट के बिखर जाता है

और प्यार मिला तो संवर जाता है

प्यार शोला भी प्यार शबनम भी है

प्यार में ख़ुशी भी और गम भी है

समझ सको तो समझ लो ये क्या चीज है .

Hindi Poem by S Sinha : 111876774

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