"तुम कहो तो इक गज़ल लिखूँ, मुखड़े और अंतरा से तुम्हें सजाऊं..
रंग भरकर अपनी तूलिका से,खूबसूरत जहाँ को, बस तुम्हारा बनाऊं"
--डॉ अनामिका---

Hindi Shayri by डॉ अनामिका : 111877137

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