*जय श्री कृष्णा दोस्तों। शब्दों की महफ़िल में आप सब का प्यार भरा नमस्कार यह जिस्म तो किराये का घर है......एक दिन खाली
करना पड़ेगा...
*सांसे हो जाएंगी जब पूरी यहाँ......रूह को तन से
अलविदा कहना पड़ेगा..
*मौत कोई रिश्वत लेती नहीं कभी.....सारी दौलत को
छोड़ के जाना पड़ेगा...
*ना डर यूँ धूल के जरा से एहसास से तू...एक दिन
सबको मिट्टी में मिलना पड़ेगा....
*मत कर गुरुर किसी भी बात का ए दोस्त...तेरा क्या है...
क्या साथ लेके जाना पड़ेगा..
*इन हाथो से करोड़ो कमा ले भले तू यहां खाली हाथ
आया खाली जाना पड़ेगा....
*ना भर यूँ जेबे अपनी बेईमानी की दौलत से कफ़न को
बगैर जेब के ही ओढ़ना पड़ेगा...
*यह ना सोच तेरे बगैर कुछ नही होगा यहां..रोज यहां
किसी को आना तो किसी को जाना पड़ेगा.. 💞
*यही जीवन की कड़वी सच्चाई है... 💞
*शुभ प्रभात जी .... 💞