आप सभी को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🙏

)हे गजानन गणपति
---------------------
हे गजानन गणपति
नंदन शिव -पार्वती
कष्ट सबके दूर हों
देना सबको सन्मति।

प्रथमेश कहलाते हो तुम
तेरी ही शरण में हैं हम
पूजते हैं हम सब तुम्हें
वर दे दो सबको तुम सम।

मोदक के तुम हो प्रिय प्रभु
मूषक सवारी है प्रिय प्रभु
रिद्धि -सिद्धि उर विराजती
सबका मंगल करते हैं प्रभु।

शरण तेरी आते हैं सभी
पूर्ण हों निर्विघ्न कार्य अभी
चाहें सभी सुख -समृद्धि ही
दुख में भी न डगमगाए कभी।

आभा दवे
मुंबई

Hindi Poem by Abha Dave : 111896521
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now