कितना कुछ पा सकते थे हम दोनों प्रेम में,
किंतु हम दोनों ने पाया।
प्रेम में इक दूजे से दूर रहना, बेबस होकर आँखें मूँद सब सहना,
रो रो कर जीवन के हर क्षणों व्यतीत करना,
भीतर बिछोह की पीड़ा को मुस्कुरा कर सहना,
कितना कुछ पा सकते थे…
हम दोनों…पर हमने चुना दूर रहना💔
Skm ❤️
- kiranvinod Jha