ये जो आप बार बार पूछ रहे हो, तुम उदास क्यु हो?
अगर बता दिया तो क्या समझ पाओगे?
या फिर सबकी तरह आप भी मेरी बातों को फालतू बोलकर हसीं उड़ाएगे।
मुजे डर लगता हें अनजान लोगों से बात करने से,
मुजे डर लगता है कुछ लोगों के सामने आने से,
अगर बता दिया तो क्या समझ पाओगे?
या फिर सबकी तरह आप भी मुजे बेवक़ूफ़ बोलकर हसीं उड़ाएगे।
नहीं आता मुजे बड़ो की तरह बाते करना,
नहीं आता मुजे लोगों को पहचानना,
अगर बता दिया तो क्या समझ पाओगे?
या फिर सबकी तरह मुजे "आज भी छोटी बच्ची जैसी हो" बोलकर हसीं उड़ाएगे।
नहीं बनती मेरी हर किसीसे,
ना चाहते भी लोग अक्सर मुझसे दुखी हो जाते हैं
अगर बता दिया तो क्या समझ पाओगे?
या फिर सबकी तरह ऊंगली उठा कर चले जाओगे। ।
_Miss chhoti