“जिंदगी ने की है कैसी साजिश
पूरा हुआ दिल की वो फरमाइशें
मांगी दुआ एक तुझ तक जा पहुंची
परवरदिगारा, परवरदिगारा
कैसी सुनी तूने मेरी खामोशी ओ परवरदिगारा
ये फितूर मेरा लाया मुझको है तेरे करीब
ये फितूर मेरा रहमत तेरी
ये फितूर मेरा मैंने बदला रे मेरा नसीब
ये फितूर मेरा चाहत तेरी
ओ परवरदिगारा, परवरदिगार
धीमे धीमे जल रही थी ख्वाइशे
दिल में दबी, घुट रही फरमाइशे
बनके दुआ वो तुझ तक जा पहुची
परवरदिगारा, परवरदिगारा
दीवानगी की हद मैने नोची ओ परवरदिगारा
ये फितूर मेरा लाया मुझको है तेरे करीब
ये फितूर मेरा रहमत तेरी
ये फितूर मेरा मैंने बदला रे मेरा नसीब
ये फितूर मेरा चाहत तेरी
ओ परवरदिगारा, परवरदिगारा
ये फितूर मेरा लाया मुझको है तेरे करीब
ये फितूर मेरा रहमत तेरी
ये फितूर मेरा मैंने बदला रे मेरा नसीब
ये फितूर मेरा चाहत तेरी, परवरदिगारा”
🙏🏻
- Umakant