📚 एक सपना… एक किताब… और अब सीमाओं से परे मेरी कहानी 🌍✍️
आज दिल बेहद भावुक है… क्योंकि जो सपना कभी सिर्फ मन के कोनों में पल रहा था, वो अब सच हो चुका है।
मेरी पहली किताब अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिक रही है और पहले 100 प्रतियाँ भी पाठकों तक पहुँच चुकी हैं।
शायद किसी के लिए यह सिर्फ एक आंकड़ा हो, लेकिन मेरे लिए यह संघर्ष, आत्म-विश्वास और न जाने कितनी रातों की मेहनत की गूंज है।
इस पल ने मुझे बेहद भावुक कर दिया है। सफलता की खुशी तो है ही, पर उससे ज़्यादा इस बात की संतुष्टि है कि मैंने कभी हार नहीं मानी। कई बार खुद पर शक हुआ, उम्मीदें डगमगाई, लेकिन कलम नहीं छोड़ी… और आज मेरे शब्द दुनियाभर के पाठकों तक पहुँच चुके हैं।
मेरी छोटी सी लिखने की जगह से उन घरों तक जिनसे मैं शायद कभी न मिल पाऊँ — यह किताब मेरे मन का एक टुकड़ा अपने साथ ले जाती है।
उन सभी लोगों का दिल से आभार जिन्होंने मुझ पर विश्वास रखा, एक शब्द प्रोत्साहन का दिया, या बस पूछा – “किताब कैसी चल रही है?”
यह सिर्फ मेरी नहीं, हमारी जीत है।
और उन सभी युवा लेखकों से कहना चाहता हूँ —
आपके शब्द मायने रखते हैं, आपका सपना मायने रखता है।
कभी हार मत मानिए।
कहानियाँ उड़ान भरती हैं, सपने हकीकत बनते हैं — बस लिखते रहिए। ✨
#सपना_साकार #लेखक_की_यात्रा #पहली_किताब #100पाठक #अंतरराष्ट्रीय_लेखक #धीरेंद्रसिंहबिष्ट #लेखन_की_ताकत #भावनात्मक_पल #HindiCaption #WritersOfIndia