तेरी हँसी में जैसे चाँदनी उतर आती है, तेरी आँखों में कोई नई दुनिया नज़र आती है।
तेरे लफ़्ज़, तेरे लम्हे, सब कुछ मोहब्बत का पैग़ाम, तेरे पास आकर दिल को मिलता है अपना मुकाम।
तेरी ख़ामोशी भी जैसे कोई गीत सुनाती है, तेरी नज़रें हर सवाल का जवाब बन जाती हैं।
मैंने दुआओं में बस तेरा ही नाम सजाया है, मेरे हर ख्वाब ने तुझसे ही रिश्ता बनाया है।
अगर मोहब्बत का कोई रंग होता, तो वो तू होता, अगर मोहब्बत की कोई धड़कन होती, तो वो तू होता।