“वो प्यार याद आता है”
बचपन के उन दिनों का हर साथ याद आता है,
स्कूल की वो गलियाँ, वो प्यार याद आता है।
किताबों के पन्नों में छुपा था जो एक नाम,
आज भी ख़ामोशियों में वो प्यार याद आता है।
मैदान की दौड़ में गिरकर जो थाम लेता था हाथ,
बरसों गुज़र गए पर वो साथ याद आता है।
चुपके से लिखी थी जो बेंच पर दिल की बात,
बरसात की रातों में अब वो प्यार याद आता है।
ना ख़त रहे, ना तस्वीर, ना कोई मुलाक़ात,
फिर भी धड़कनों में हर बार वो प्यार याद आता है।
Kabeer