आओ उस खुदा की तलाश करें, बुरे वक्त में क्यों दिल उदास करें,
मैं रुक नहीं सकता ज़िंदगी की दौड़ में, ख़ामख़ाह क्यों हौसलों को हताश करें,
लड़खड़ा गई हैं दुनिया मेरी तो क्या हुआ, आओ इन पंखों को फिर से आकाश करें,
देर से सही पर मिल ही जाएगी मंजिल, फिर क्यों खुद को एक जिंदा लाश करें...lotus 🪷