जाने ये कैसा नशा है तेरे होने का ,
तुम पास भी नहीं और पास भी हो ,
दिन गुज़र जाता है सोचने में तुम्हें ,
काश हर पल हम कभी साथ भी हो ,
सखियां मुस्कुराने कि वजह पूंछे जो ,
उन्हें बताने को वजह खास भी हो ,
अफवाहों में कम यकीन किया करो ,
मैं तुम्हारा हूं ज़रा ये एहसास भी हो ,
तुमने कहा था मिलकर बात होगी ,
प्रेम अकथ्य है तुम्हें आभास भी हो ,
मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं कुछ ,
तजुर्बे के लिए थोड़ा अभ्यास भी हो ,
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