pranjali Quotes in Hindi, Gujarati, Marathi and English | Matrubharti

pranjali Quotes, often spoken by influential individuals or derived from literature, can spark motivation and encourage people to take action. Whether it's facing challenges or overcoming obstacles, reading or hearing a powerful pranjali quote can lift spirits and rekindle determination. pranjali Quotes distill complex ideas or experiences into short, memorable phrases. They carry timeless wisdom that often helps people navigate life situations, offering clarity and insight in just a few words.

pranjali bites

"मुट्ठी भर रंग"

प्रेम में लिखे गये
कहे गये किस्से
हर पहलू को चूमती शब्दों की तितलियाँ हैं
जो जानती हैं
ये रंग चुराने के लिए
साँसें ही नहीं
सामर्थ्य भी जुटानी पड़ती है

ये किस्से महज़ किस्से तो नहीं
आसमान से उधार लिये गये
मुट्ठी भर रंग से
हाथों पैरों में लगाया गया ; आलता है

इन तितलियों के परों के रंग
प्रेम से जुड़ी
साँसों की प्राचीर हैं
इनको छूने से हाथों पर रह जाने वाले रंग
सामर्थ्य के शिलालेख

#pranjali ...

बात करना या
बेवजह बात करना
कई बार बहाने खोजने जैसा होता है
आन्तरिक तुष्टि के लिए
किसी अनुसंधान की तरह

इस तरह की खोज करते रहना चाहिए
कई बार अनावश्यक होना
आपके लिए
अति आवश्यक होता है

#pranjali ...

मैं "मौन" हूँ
जो कभी व्यर्थ नहीं जाता
बस्तियों में उजाला ही रहे हरदम
ऐसा कहाँ होता है
अंधेरा होते ही सब आवाजें सो जातीं है
और मैं ,
हमेशा ही
हर उजाले अंधेरे से वाकिफ़
सदियों से एक कोने में खड़ा
नये नये गल्प
नये अध्याय गढ़ लेता हूँ

जीवन को कुछ तथ्य कुछ सत्य
कुछ वक्त देने के लिए ...

वो सत्य , तथ्य और वक्त
जिसमें मेरी यानि "मौन" की पहचान हो सके

#pranjali ...

कुछ शक्ल औ' सूरत में ढल गयीं थीं आरजुऐं
इश्क फिर इनसे मैंने , दिल लगा कर किया

#pranjali

आधा इश्क औ' आधा फ़साना
इक तरफ़ मैं इक तरफ़ ज़माना

तू मुझे हासिल , हुआ है ऐसे
शराबी को जैसे दिखे मयखाना

मैं हूँ किधर अब कहाँ खबर है
झूमूँ मैं गाफ़िल पीकर पैमाना

तू मेरा ईश्वर , तू ही खुदा है
कोई ना माने , पर मैंने ये माना

करती हूँ सज़दा कुर्बत का अपनी
जीती हूँ उसको, जिसको है जाना

इश्क है तू ही औ' तू ही दुआ है
होंठो पर ठहरा जो तू ही तराना

एक ख्वाहिश जो मरते की पूछे खुदा
कह दूँ मुझे , मेरी रूह से मिलाना

#pranjali ....

हवा बेशर्म हुई
तेरी कमीज से लिपट कर
पगली झूम लेती है
बादलों के बीच ढूँढ़ कर इक चेहरा
समझ तेरी पलकें ; चूम लेती है

कहती है ;जमीं पर झुकती है नज़र
इसलिए कुछ हिस्से कर लेती है
आसमाँ के जिनमें
उसके लिए
इक ठहरी हुई सदा ,लंबित सी दुआ
जिन्दगी का फलसफ़ा
सिर्फ़ तुम ही हो

होंठो में दबा कर इश्क के निवाले
जीभ पर उभरते शब्दों के छाले
बुदबुदाती है

कि अब कहाँ कुछ रहा बाकी ,
और झुकती है अंगीठी पर
राख से उठते धुयें में अपने बहते आँसू सेंक लेती है ..
यकीनऩ
#हवा इश्क की गिरफ़्त में है..

#pranjali

जहाँ सब शान्त होता है
वहाँ जीवन अनुत्तरित है और अंतहीन तलाश बन जाता है
बहुत ढूंढ़ने पर
कुछ शब्द सुने जा सकते हैं कुछ आवाजों के साये महसूस होते हैं
पर उतने ही ठण्डे
जितनी कि होती है "मृत्यु" .... #pranjali ...

कुछ वादे अधूरे हैं
कुछ कसमें बाकी हैं
जानती हूँ कि
तुम मिलोगे मुझे
हर जन्म में
एक अधूरी ख्वाहिश की तरह

और मैं
जिऊँगी तुमको
इतिहास की एक जीती जागती
तारीख़ की तरह

#pranjali

तुम आना इस दफ़ा ,कुछ इस तरह ..

कि दिल की हरकत देख मेरी साँसें थम जायें

#pranjali ...