भूल गए हम सारी बाते तेरी
नहीं है अब दील में सारी यादे तेरी..,
आसमान को भी छूनी थी चाहत तेरी
नहीं था ऐहसास उसको फिर भी आदत थी तेरी...,
हवा के झोके में थी छुअन तेरी
स्पर्श हुआ तेरे पास होने का यहीं राहत थी तेरी...,
बारीस कि उस बुंदो को थी तलाश तेरी
भीगता था जब चेहरा तेरा खील उठती थी मुस्कराहट तेरी...,
कुछ तो था उस प्यार भरी मोहब्बत में तेरी
कि
हर मुलाकात में खील जाती थी सुहानी यादे मेरी और तेरी...,
Shital ⚘️