* गर प्यार भी पंछियों की तरह होता,,
तो कभी किसी सीमाओं में ना बंधता..
* गर सच्चा प्यार दूरियों से खत्म हो जाता,,
तो किसी जवान के घर प्यार इंतजार ना करता..
* गर साथ रहकर ही प्यार बढ़ता होता,,
तो कोई भी प्यार का घर ना टूटता..
* प्यार किसी नजदीकियों का मोहताज नहीं होता,,
प्यार सच्चा हो तो दूर रहकर भी भूलाया नहीं जाता..
* गर दिल के फासले हो तो पास रहकर भी क्या होगा ?
दुरिया भी नजदीकी है लगती जो दिल से पास होता..
* ना कर दुआ ऐसे हमारे दिलेे हालात की अब अमी,,
ये दूरियों वाला प्यार है मरते दम तक काम नहीं होगा..
.....अमी.....