काफी वक्त के बाद गई थी वहां ,
B.A., M.A. की डिग्री की थी जहां।
अजनबी सा लगा वो शहर आज ,
दोस्तो के साथ घुमा करते थे जहां हर रोज ।
याद बहुत आई उन गलियों में उन दोस्तो की
जिनके साथ गलियों से भी हो गई हमें मोहब्बत थीं।
शहर वही था बस बाजार बदल गया ,
मैं भी वहीं हु बस वक्त बदल गया ।।