ध्यान: मन की शांति और जीवन की ऊर्जा का रहस्य
आज की तेज़-रफ़्तार ज़िंदगी में हर कोई मानसिक तनाव, चिंता और अस्थिरता से जूझ रहा है। ऐसे समय में ध्यान (Meditation) एक ऐसी प्राचीन विद्या है, जो न सिर्फ़ मन को शांत करती है बल्कि शरीर और आत्मा को भी नई ऊर्जा देती है।
ध्यान क्या है?
ध्यान का मतलब है – अपने मन को एकाग्र करना और वर्तमान क्षण में पूरी तरह से जीना। जब हम ध्यान करते हैं, तो हमारा मन अनावश्यक विचारों से मुक्त होकर शांति और सुकून का अनुभव करता है।
ध्यान करने के लाभ
मानसिक शांति – चिंता, तनाव और बेचैनी कम होती है।
एकाग्रता में वृद्धि – पढ़ाई और काम पर ध्यान केंद्रित करना आसान हो जाता है।
स्वास्थ्य लाभ – रक्तचाप संतुलित होता है, नींद बेहतर होती है और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
आध्यात्मिक विकास – व्यक्ति खुद को गहराई से समझने लगता है और आत्म-ज्ञान की ओर बढ़ता है।
ध्यान कैसे करें?
किसी शांत स्थान पर बैठ जाएँ।
आँखें बंद करके गहरी साँस लें और छोड़ें।
अपने श्वास पर ध्यान केंद्रित करें।
विचार आएँ तो उन्हें रोकने की कोशिश न करें, बस बहने दें और दोबारा श्वास पर ध्यान लौटाएँ।
शुरुआत में 5 मिनट करें, धीरे-धीरे समय बढ़ाएँ।
ध्यान के प्रकार
माइंडफुलनेस ध्यान – वर्तमान क्षण में जागरूक रहना।
मंत्र ध्यान – किसी मंत्र का जाप करके मन को स्थिर करना।
प्राणायाम ध्यान – श्वास पर केंद्रित होकर मन और शरीर को शांत करना।
विपश्यना ध्यान – विचारों और भावनाओं को बिना जज किए देखना।
ध्यान कोई धार्मिक क्रिया नहीं बल्कि एक जीवन जीने की कला है। दिन में कुछ ही मिनट ध्यान करने से मन हल्का, शरीर स्वस्थ और आत्मा प्रसन्न रहती है। यह न सिर्फ़ हमारी मानसिक शक्ति को बढ़ाता है बल्कि जीवन में संतुलन और आनंद भी लाता है।
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