Ishq ki Library - 25 in Hindi Fiction Stories by Maya Hanchate books and stories PDF | इश्क की लाइब्रेरी। - 25

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इश्क की लाइब्रेरी। - 25

एपिसोड 25 सीजन 1 end 




तभी उन दोनों की आवाज सुनकर इंद्रजीत भी उनके कमरे में आता है तो देखता है कि दोनों के दोनों पागलो।  की तरह एक दूसरे को देखकर चीला रहे थे। 

उन दोनों को इस तरह चिल्लाते देखकर इंद्रजीत ठंडा लहाज़ में बोलता है कि @ stop shouting like a kids
तुम दोनों इस तरह क्यों चिल्ला रहे हो। 

इंद्रजीत की आवाज सुनकर अभय और रोहन चिलाना बंद कर देते हैं अभय इंद्रजीत से बोला यार यह रोहन का बच्चा चीला रहा था इसलिए मैंने भी चिल्ला दिया।
अभय की बात सुनकर इंद्रजीत अपनी नजर रोहन की तरफ करता है रोहन इंद्रजीत की नजर को महसूस कर कर बोला ब.... बस... बॉस  में यहां खिड़की पर खड़ा था और अभय भाई ने पीछे से आकर मुझे डरा दिया तो मुंह से चीख निकल गया।


रोहन की बात सुनकर इंद्रजीत फिर से घूर कर अभय को देखता है।
तो अभय अपने आपको बचाते हुए बोला यार तु इस से पूछ किए खिड़की पर इतने ध्यान से क्या सोच रहा था कि उसे मेरे आने का खबर तक नहीं हुआ है।

अभय की बात पर रोहन हकलाते हुए बोला ना मैं कुछ, किसी के बारे में नहीं सोच रहा था।

रोहन की बात सुनकर अभय अपने हाथ पर ताली मारते हुए जोर से बोला मैंने कब कहा कि तू किसी के बारे में सोच रहा है मैंने तो कहा था कि तू किसी चीज के बारे में ध्यान से सोच रहा है अब बता तू किसके बारे में सोच रहा था इतना बोलकर वह शरारती स्माइल देता है।

अभय की बात सुनकर रोहन झेंप जाता है अपनी नज़र इधर-उधर करते हुए बोला ना ना किसी के बारे में नहीं सोच रहा था । 
रोहन की बात पर अभय कुछ बोल पाता इससे पहले इंद्रजीत बोलता है जस्ट गो एंड स्लीप नाउ सुबह डैनी से मिलने जाना है or else उसे मैं यहां लाऊंगा। जो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा। 
अभय इंद्रजीत की बात सुनकर सहम जाता है और बोलता है क्या डैनी आ रहा है। घूरते हुए अपनी कमर पर
 हाथ रखकर बोला तूने क्यों बुलाया उसे मुंबई से, तुझे मैं खुश अच्छा नहीं दिखता हूं क्या जब देखो तब कोई ना कोई बहाना ढूंढ देता है मुझे डराने के लिए इतना बोलकर वह अपना नाक फूला कर वहां से चला जाता है।

अभय के जाते ही इंद्रजीत अपना सर को ना में हिलता है और एक नजर रोहन को  देखता है और वहां से बिना कुछ कहे चला जाता है।

दोनों को जाते देखकर रोहन एक गहरी सांस छोड़ता है और मन ही मन भगवान को शुक्रिया बोलता है। 

इंद्रजीत जैसे ही अपने रूम में आता है तो वह सुनता है कि उसका फोन रिंग कर रहा है। 
तो वह जल्दी से अपना फोन उठाता है और कान पर लगा लेता है। 

इंद्रजीत कुछ नहीं बोलता सामने से एक आदमी की आवाज आती है बस आपने जिस लड़की का बैकग्राउंड चेक करने बोला है उसके बैकग्राउंड में कुछ खास नहीं मिला है पर मुझे ऐसा  लगा रहा है कि जितना सिंपल इस लड़की का बैकग्राउंड दिख रहा है उससे कहीं ज्यादा कॉम्प्लिकेटेड बैकग्राउंड  लगता है।
क्योंकि कोई भी साधारण लड़की इतने अच्छे से गुंडो से नहीं लड़ती है इतना बोलकर वह आदमी इंद्रजीत को एक वीडियो भेजता है। जिसमें माया उसे बुड्ढी औरत को गुंडो से बचाते हुए लड़ रही थी। जैसे जैसे इंद्रजीत वह वीडियो देख रहा था उसकी माथे पर नसें उभर रहा था।
पूरा वीडियो खत्म होने के बाद इंद्रजीत उसे आदमी को बोलता है कि वह लोग उन गुंडो को उठा ले। 
वह आदमी इंद्रजीत की बात मानता है और इंद्रजीत को माया के बारे में कुछ और भी बताता है...........…........
जिसे सुनकर इंद्रजीत के चेहरे के भाव हर पल बदल रहे थे।
कुछ देर बाद वह कॉल कट कर देता है. इंद्रजीत अपने फोन को बेड पर फेंक देता है और एक डेविल स्माइल लाते हुए बोला अब आएगा मजा खेल में। now game begin my baby elephant। इतना बोलकर वह किसी शैतान की तरह जोर-जोर से हंसने लगता है इस वक्त उसे देखकर कमजोर दिल वाला इंसान वही दम तोड़ देता था इतना खतरनाक लग रहा था।

इंदौर 
अयांश मेंशन 
एक बड़ा सा mention Jahan per ढेर सारे बॉडीगार्ड्स तैनात हुए थे उसे मेंशन का कलर हॉफ व्हाइट और स्काई ब्लू के कांबिनेशन में है। 
मेंशन की शुरुआती जगह पर एक बड़ा सा गार्डन होता है जिसके एक और बच्चों के लिए प्ले एरिया बनाया हुआ था तो दूसरी तरफ फाउंटेन बनाया हुआ था। उसे गार्डन में बहुत सारे गुलाब के फूल के पौधे है और फाउंटेन के अंदर कमल है।

कुछ और अंदर जाते ही एक बड़ा सा दरवाजा होता है जिस पर बहुत ही सुंदर लहजे में सोने और चांदी से कारीगरी किया गया है। 
मेंशन के अंदर जाते ही एक बड़ा सा हाल दिखता है जहां पर सोफा लगा हुआ था इस मेंशन के राइट साइड में किचन था तो बाकी साइड कमरे बने हुए थे ।।

नहीं नहीं बोलकर भी इस मेंशन में 20 कमरे थे और पांच गेस्ट बेडरूम। हर एक कमरे में एक स्टडी रूम एक क्लोजर रूम और एक वॉशरूम है। 
इस बंगले के पीछे बहुत ही बड़ा स्विमिंग पूल है। 

नाम से तो आपको पता चल गया होगा कि यह किसका मेंशन है अगर नहीं पता चला तो चलिए मैं बता देती हूं यह इंद्र खन्ना का मेंशन है इस मेंशन का नाम भी इंद्र ने अपने बेटे के नाम पर ही रखा है।
मेंशन में इंद्र आयांश,और इंद्र का असिस्टेंट मनन रहते हैं
इस मेंशन में तीन लोग ही रहते हैं,बाकी के सारे सर्वेंट और बॉडीगार्ड रहते हैं।
इंद्र ने यह मेंशन अपनी बीवी अपराजिता के लिए लिया था इस मेंशन की हर एक चीज को अपराजित ने खुद ही सजाया है। और वैसे भी इंद्र ने अपराजिता से शादी अपने घर वालों के खिलाफ जाकर किया है जिसकी वजह से वह अपने परिवार से अलग रहता है अभी यह क्यों हम कहानी में जानेंगे।

इंद्र एक छोटे से बच्चे को बड़े प्यार से खाना खिला रहा था पर वह बच्चा खाना खाने में नखरे कर रहा था वह बच्चा अपने हाथ बांधकर मुंह फुला कर बैठा हुआ था इंद्र जो उसे बच्चे को अपने हाथ से नीवाला खिला रहा था तो वह वह बच्चा अपना मुंह इधर-उधर कर कर निवाले को नहीं खा रहा था। यह है इंद्र का 5 साल का बेटा आयांश छोटा सा गोलू मोलू गोरा चिट्टा बच्चा है आयांश। 



इंद्र परेशान होकर आयांश से पूछता है अयांश बेबी तुम क्यों खा नहीं रही हो आज डैडी को इतना क्यों सता रहे हो तुम। 
जिस पर आयांश गुस्से से एक आईपैड पर कुछ लिखता है और इंद्र के तरफ बढ़ा देता है।
इंद्र अयांश से आईपैड लेता है और आईपैड में आयांश की बातें पढ़ कर चुप हो जाता है क्योंकि उसे आईपैड में आयांश ने लिखा था कि डैडी मैं आपसे बहुत ज्यादा गुस्सा हूं आज कितने देर से आप मुझे लेने आए हो सब लोग चले गए थे जब तक आप आए।
अयांश की बात सुनकर इंद्र ने बड़े प्यार से अयांश को गोद में बैटा कर बोला आई एम वेरी वेरी सॉरी आयांश वह क्या है ना डैडी को एक अर्जेंट मीटिंग अटेंड करना था इसलिए उन्होंने तुम्हें लेने आने में देर हो गया आई एम वेरी वेरी सॉरी इतना बोलकर इंद्र अपन कान पकड़ता है



आपको लगता होगा कि अयांश ने लिखा क्यों ,बोल क्यों नहीं तो मैं बता दूं कि अयांश अभी तक बोलना नहीं सीखा है अब वह क्यों मैं कभी और बताऊंगी 😜

अपने डैडी को इस तरह कान पकड़े देखकर आयांश ने जल्दी से इंद्र के कान से उसके हाथों को हटाकर उसे गले लगा  लिया जिसे देखकर इंद्र ने भी उसे कसकर गले लगा लिया।


ऐसे ही इंद्र और आयांश दोनों बातें करते-करते खाना खाते हैं (बातें तो सिर्फ इंद्र कर रहा था पर आयांश लिखकर उसे जवाब दे रहा था)और इंद्र आयांश को लेकर अपने बेडरूम में जाता है। और आयांश को सुलाने की कोशिश करता है धीरे-धीरे कर कर आयांश इंद्र की थपकी महसूस करके सो जाता है। 

जब इंद्र देखता है कि आयांश सो चुका है तो वह उसे ब्लैंकेट उड़ा कर उसके आजू-बाजू तकिया रख देता है कि वह गिरे ना और उसके बाद वह स्टडी रूम में चला जाता है जहां मनन कुछ काम कर रहा था। 
जब मनन देखता है कि इंद्र स्टडी रूम में आया है तो वह खड़ा हो जाता है और उसे ग्रीट करने लगता है।
इंद्र मनन की ग्रीट एक्सेप्ट कर कर अपने चेयर पर आकर बैठता है और मनन से पूछता है कि जो इनफॉरमेशन मैं लाने के लिए कहा वह ला लिए तुमने? 
जिस पर मनन अपने सर हमें मिलकर एक फाइल की तरफ करता है और बताता है कि सर मुझे पता चला है कि राघव राव और छोटे बॉस कि कल की मीटिंग वही प्रोजेक्ट के लिए होगी, जिस  प्रोजेक्ट के लिए हम भी तैयारी कर रहे हैं। और रोहन मुंबई इसलिए जा रहा है कि वहां कुछ गड़बड़ हुआ है और रही बात छोटे बॉस की नयी असिस्टेंट की उसे लड़की का नाम माया राने है उसके बाद वह माया की इनफार्मेशन इंद्र को देता है। 
आखिर में मनन  इंद्र को माया की तस्वीर दिखाता है।
माया की तस्वीर देखकर इंद्र शौक रह जाता है। 



अभी यह क्यों हम सीजन 2 में जानेंगे तब तक के लिए बाय-बाय रीडर।