Ishq aur Ashq - 34 in Hindi Love Stories by Aradhana books and stories PDF | इश्क और अश्क - 34

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इश्क और अश्क - 34



अर्जुन आगे बोलता है:
"और अब उनकी चील की नज़र है इस पार्टी पर।"

अगस्त्य:
"स्ट्रिक्ट सिक्योरिटी रखो, इस पार्टी से कोई न्यूज़ नहीं मिलनी चाहिए उन्हें।"

अर्जुन:
"जी भाई... आप थोड़ा शांत रहना प्लीज़..."

अगस्त्य:
"तुम मुझे शांत क्यों करते हो, मैं बस एक्शन का रिएक्शन देता हूं।"


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बस शाम होने को है...

रात्रि अपने घर पर तैयार हो रही है, और उसके दिमाग में वही अगस्त्य की बातें घूम रही हैं।

रात्रि (खुद को आईने में देखते हुए):
"क्या मैं इतनी बुरी दिखती हूं, जो वो मुझे इतना कुछ बोल गया?
तो ठीक है, आज उसका ये भ्रम भी तोड़ दूंगी मैं।"


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पार्टी शुरू हो रही है... धीरे-धीरे गेस्ट आने शुरू हो गए।

बाहर मीडिया वाले आपस में बात कर रहे हैं:

मीडिया 1:
"यार, कैसे भी करके इस पार्टी की डिटेल्स मिल जाए, तो TRP छप्पर फाड़ कर आएगी।
ज़्यादा नहीं, तो बस एक्सक्लूसिव फोटोज़ मिल जाएं।"

मीडिया 2:
"भाई ये देख...!"

मीडिया 1:
"ये इस प्राइवेट पार्टी का पास है, पर कैमरे अंदर नहीं जा सकते।"

मीडिया 2:
"कम से कम अंदर जाने का तो इंतज़ाम हुआ। चल।"


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दूसरी तरफ...

एवी सोच रहा है:
"जब रात्रि मेरे साथ जा ही नहीं रही, तो मैं पार्टी में जाकर क्या करूंगा..."


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पार्टी

पार्टी में अर्जुन ने अपने इन्वेस्टर्स के साथ एंट्री ली।
ये तीन लोग हैं: Mr. John, Mr. Mathew और Mr. Raw.

Mr. John:
"Show me entertainment, Mr. Maan..."

अर्जुन:
"Don't worry, gentlemen. We have the arrangements."
(कहकर उसने स्टेज पर खड़ी लड़कियों की तरफ इशारा किया)

Mr. Mathew:
"Oh yeah, yeah. We liked it."

(अर्जुन ने एक फेक स्माइल दी और मन में सोचा):
"इनकी तो मैं...!"

धीरे-धीरे सभी लोग पार्टी में आने लगे — नेहा, विनोद, संजय, डायरेक्टर और बाकी सारे एक्टर्स।

सब पार्टी में आ चुके हैं, लेकिन अभी तक मीडिया को कोई न्यूज़ नहीं मिली।

(मीडिया वाले चुपके से पार्टी में भेस बदलकर घुस चुके हैं)

मीडिया 1:
"एक घंटा हो गया है यहां आए हुए, पर कोई न्यूज़ नहीं मिली।"

मीडिया 2:
"रुक तो जा... वो कंट्रोवर्सी किंग तो अभी तक आया नहीं।
तू देख, कुछ तो मिलेगा।"


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तभी अगस्त्य एंट्री करता है — ब्लैक सूट, व्हाइट शर्ट, ऊपर के दो बटन खुले, सेट किए हुए बाल, ट्रिम्ड बियर्ड, भूरी आंखें, हाथ में ब्रांडेड घड़ी, पॉलिश्ड शूज़, और एक कातिलाना ऐटिट्यूड...

और साथ में मलिश्का।

मलिश्का ने एक शॉर्ट पर्पल ड्रेस पहनी है।

मीडिया की नज़र तुरंत उन दोनों पर गई।

मीडिया 1:
"देख देख... वो आ गया! आराम से, फोन से पिक्चर्स ले... पता न चले।"

मीडिया 2:
"पर ये तो वो लड़की नहीं है जो उस कांड में मौजूद थी।"

(अगस्त्य पार्टी में एंट्री लेते ही मलिश्का का हाथ छोड़ता है और अर्जुन के पास पहुंचता है)

अगस्त्य (धीरे से):
"सब चेक कर लिया न...? कोई मीडिया तो नहीं?"

अर्जुन:
"Yes, भाई। All okay."

(पर अगस्त्य की नज़र सिर्फ रात्रि को ढूंढ रही है... पर वो कहीं नहीं दिखी)

अगस्त्य (खुद से):
"लगता है वो नहीं आएगी।"


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तभी उसे इन्वेस्टर्स दिखे, वो उनके पास गया।

अगस्त्य:
"Hello gentlemen...! Are you enjoying the party?"

Mr. John:
"Yes, but... where is your movie cast?"

अगस्त्य (बात को संभालते हुए):
"Hmm... you guys know these stars and their tantrums..."

(सब हंसने लगते हैं)

Mr. Mathew:
"So now we're going to enjoy the party!"

अगस्त्य:
"Oh yeah... sure, sure."


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थोड़ी ही देर में पार्टी गानों के शोर से भर गई।

अगस्त्य अब भी रात्रि के बारे में सोच रहा है:
"ये आएगी भी या नहीं?"

(इतना कहते ही किसी ने ब्लैक, शॉर्ट, ऑफ शोल्डर ड्रेस में ओपन हेयर्स के साथ एंट्री ली)

अगस्त्य ने घूम कर देखा —

अगस्त्य:
"नहीं... ये रात्रि नहीं हो सकती!"

(फिर उसने थोड़ा गौर किया... उसके होश उड़ गए)

अगस्त्य:
"क्या ये सच में रात्रि है?"

(वो तुरंत भाग कर उसके पास गया)

अगस्त्य:
"ये क्या पहन कर आई हो...?"

रात्रि:
"क्यों...? पार्टी में सबने लगभग ऐसे ही कपड़े पहने हैं।"

अगस्त्य:
"हां, पर सब में और तुम में फर्क है।
और तुम ऐसे कपड़े पहनती नहीं हो..."

रात्रि:
"कोई बात नहीं... वैसे मेरी ड्रेस अच्छी है न?"

अगस्त्य (इरिटेट हो रहा है):
"जाओ... चेंज करके आओ।"

रात्रि:
"Excuse me...? मैं क्यों चेंज करूं?"

अगस्त्य:
"देखो... मैं कुछ बोल रहा हूं... जाओ, चेंज करके आओ।"

(रात्रि उसे इग्नोर करके आगे जाने लगी, तभी अगस्त्य ने उसकी कलाई तेज़ी से पकड़ी और उसे अपनी ओर खींचा...)

अब उसके एक हाथ में रात्रि की कलाई और दूसरे हाथ में उसकी कमर है।

वो उसके इतने करीब है कि बीच की हवा की भी आवाज़ सुनाई दे रही है।

वो उसकी कलाई पर अपनी पकड़ को लगातार तेज़ करता जा रहा है।

रात्रि (माथे पर शिकन, होंठों में कपकपाहट):
"ये तुम क्या कर रहे हो...?"

अगस्त्य (जिद्दी स्वर में):
"जाओ, चेंज करके आओ...!"


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तभी उस मीडिया वाले की नज़र उन दोनों पर पड़ी।

मीडिया 1:
"वो देख, न्यूज़ बन रही है!"

मीडिया 2:
"ले ले फोटो... ले! कल की भी हेडलाइन का इंतज़ाम हो गया!"

(वहीं अर्जुन की नज़र उन दो रिपोर्टर्स पर पड़ी)

अर्जुन (सोचते हुए):
"क्या इन्हें हम में से कोई जानता है?"

(वो उनके पास बढ़ा, और वो दोनों उससे दूर जाने लगे)

(अर्जुन उनका पीछा करते-करते गेट तक पहुंचा और उसने रात्रि और अगस्त्य को उस पोजिशन में देखा)

वो हैरान रह गया और खुद से बोला:
"दुनिया सुधर सकती है... लेकिन मेरा भाई नहीं!"

(वो भाग कर उनके पास पहुंचा, और दांतों को भींचते हुए बोला)

अर्जुन:
"भाई... ये आप क्या कर रहे हो, छोड़ो उसे!"

अगस्त्य:
"पहले इसको बोल, ये ड्रेस चेंज करके आए..."

अर्जुन:
"क्या...? क्यों?"

अगस्त्य (होठों को दबाते हुए):
"नहीं बोलेगा...? तो जा यहां से... क्योंकि मैं इसे नहीं छोड़ने वाला।"

(रात्रि उसकी गुस्सैल आंखों में देखे जा रही है)

अर्जुन:
"भाई, सीन हो जाएगा... प्लीज़ छोड़ दो इसे।"

अगस्त्य (रात्रि को एक नज़र देखता है और बोलता है):
"जब तुम अपना फैसला बदलो, तो बता देना।
तब तक यहीं खड़े रहते हैं दोनों।"

(वो बस अपना हाथ छुड़वाने की कोशिश में है)

अर्जुन:
"भाई...!"


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