सुबह की पहली किरण खिड़की से छनकर कमरे में आई, तो शिवा की नींद टूटी। आंखें खोलते ही उसने खुद को पहले से कहीं ज़्यादा तरोताज़ा महसूस किया। उसके मन में एक नई ऊर्जा थी, जैसे किसी नए युग की शुरुआत हो चुकी हो। Ultimate System अब उसका हिस्सा बन चुका था और शिवा जान चुका था कि उसकी ज़िंदगी अब पहले जैसी नहीं रहेगी।
उसने जल्दी से बिस्तर छोड़ा और बाथरूम की ओर बढ़ गया। सिया अभी तक सो रही थी, और माँ काव्या किचन में नाश्ता बना रही थीं। किचन से आने वाली हल्दी और प्याज की महक पूरे घर में फैल रही थी। शिवा ने हाथ-मुँह धोकर माँ के पास जाकर मुस्कुराते हुए कहा, "माँ, आज मुझे स्कूल जाने की बड़ी जल्दी है।"
काव्या चौंकी, "अरे बेटा, ये तो पहली बार हुआ है कि तू खुद तैयार होने की जल्दी कर रहा है। क्या बात है?"
शिवा ने हल्की मुस्कान दी, "कुछ नहीं माँ, बस आज मन कर रहा है कि कुछ अच्छा करूं।"
काव्या ने उसके सिर पर हाथ फेरा और कहा, "जैसे भी हो बेटा, खुश रहो।"
नाश्ता करते वक्त Ultimate System ने फिर से सक्रिय होकर कहा, "Host, आज तुम्हें एक नया टास्क मिलेगा। यह तुम्हारी क्षमता को बढ़ाने के लिए है।
शिवा ने मन ही मन पूछा, "क्या टास्क है?"
सिस्टम ने उत्तर दिया, "आज तुम अपनी क्लास में होने वाले गणित के टेस्ट में 90% से अधिक अंक लाओगे। यदि सफल हुए तो तुम्हें +10 पॉइंट, एक नई Focus Skill और 100 सिस्टम पॉइंट्स मिलेंगे।"
शिवा थोड़ी देर चुप रहा। वो अब तक पढ़ाई में कमजोर रहा था लेकिन अब उसके पास Ultimate System था। वह जानता था कि अब असंभव कुछ भी नहीं।
स्कूल में पहुंचते ही उसका सामना जिया मेहरा से हुआ। जिया ने देखा कि शिवा आज अलग ही आत्मविश्वास में है। "क्या बात है शिवा, आज तो बड़ा स्मार्ट लग रहा है तू।"
शिवा ने मुस्कुराकर कहा, "बस ऐसा ही दिन है आज।"
क्लास में बैठते ही मोंटी और लोकेश ने ताने कसने शुरू कर दिए। मोंटी ने कहा, "अरे भई, गरीब शिवा आज जल्दी आ गया क्लास में। कहीं परीक्षा से भाग तो नहीं रहा?"
शिवा ने कोई जवाब नहीं दिया। सिस्टम ने कहा, "Host, याद रखो – तुम्हारी ताकत चुप रहकर आगे बढ़ने में है, ना कि बहस में।"
गणित का टेस्ट शुरू हुआ। Ultimate System ने शिवा को हल्के से संकेत दिए। उसके दिमाग में जैसे सारे सवालों के हल खुद-ब-खुद खुलते जा रहे थे। वह हर सवाल को बिना रुके हल करता गया।
टेस्ट खत्म होते ही सभी छात्र बाहर निकल गए। राकेश, प्रवीण, हिमांशु, आयुष और राहुल उसके पास आए। राकेश ने कहा, "भाई, आज तो तू अलग ही जोश में था।"
शिवा ने बस सिर हिलाकर मुस्कुराया। उसने कुछ नहीं कहा लेकिन उसे पता था कि उसकी ज़िंदगी की असली शुरुआत अब हो रही थी।
शाम को घर लौटते वक्त Ultimate System ने घोषणा की, "Host, तुम्हारा टास्क सफल रहा। तुम्हें 92% अंक प्राप्त हुए। अब तुम एक नई Focus Skill के साथ +10 पॉइंट और 100 सिस्टम पॉइंट्स के हकदार हो।"
शिवा की आँखों में चमक आ गई। सिस्टम ने उसे बताया, "Focus Skill – अब तुम पढ़ाई के समय distractions को अनदेखा कर सकोगे।"
यह सुनते ही शिवा का आत्मविश्वास और बढ़ गया। अब वह जान चुका था कि यह सिस्टम सिर्फ एक तकनीकी मदद नहीं, बल्कि उसकी किस्मत को बदलने का जरिया है।
Ultimate System ने फिर कहा, "Host, याद रखो – तुम्हें इस शक्ति का प्रयोग केवल अच्छे कार्यों में करना है। तुम्हारे वचन की कीमत बहुत बड़ी है।"
शिवा ने मन ही मन उत्तर दिया, "मैं वादा करता हूँ – मरते दम तक ये शक्ति किसी गलत काम में इस्तेमाल नहीं करूंगा।"
उसका सफर अब शुरू हो चुका था, और आगे क्या होगा – यह सिर्फ वक्त ही बता सकता था।
शिवा धीरे धीरे अब खुद को अलग महसूस करने लगा था जैसे वह अब पहले जैसा नहीं रहा हो सुबह उठते ही उसने महसूस किया कि उसकी याददाश्त और तेज हो चुकी है वह कुछ भी पढ़ता तो उसे एक बार में याद हो जाता उसे अपने स्कूल का होमवर्क भी आसान लगने लगा था.
वह स्कूल गया तो रास्ते में उसे फिर से वही अजीब सी आवाज सुनाई दी होस्ट तुम्हारा लेवल अब एक पर है तुम्हारे पास तीन सिस्टम पॉइंट हैं क्या तुम इन्हें खर्च करना चाहते हो शिवा ने मन में ही कहा हां सिस्टम मुझे बताओ मैं क्या ले सकता हूं.
सिस्टम ने कहा तुम्हारे पास अभी तीन पॉइंट हैं तुम इनमें से एक बुक रीडिंग स्किल एक रनिंग स्पीड और एक मेमोरी स्किल ले सकते हो शिवा ने कहा मुझे तीनों चाहिए सिस्टम ने स्किल एक्टिवेट कर दी.
शिवा अब स्कूल पहुंच चुका था वह अपनी क्लास में बैठा ही था कि टीचर ने उसे अचानक से सवाल पूछ लिया पहले शिवा हमेशा डर जाता था लेकिन इस बार उसने आत्मविश्वास से जवाब दिया पूरी क्लास हैरान रह गई टीचर ने उसकी तारीफ की और बाकी बच्चों से कहा कि देखो शिवा अब कितना अच्छा हो गया है.
उसके दोस्त राकेश ने पूछा क्या बात है भाई तू तो चुपचाप पढ़ाई में आगे निकल गया शिवा मुस्कराया लेकिन कुछ बोला नहीं जिया जो बगल में बैठी थी उसने कहा मुझे तो पहले ही पता था कि तुममें कुछ खास है.
शिवा के राइवल मोंटी और लोकेश अब जलने लगे थे उन्हें भरोसा नहीं हो रहा था कि वही शिवा जो पिछली बार पास भी नहीं हो पाया था अब सवालों का जवाब दे रहा है वे दोनों आपस में फुसफुसाने लगे कुछ तो गड़बड़ है इस लड़के में.
लंच के समय शिवा ने देखा कि सिया का टिफिन गिर गया है वह दौड़कर गया और उसकी मदद की सिया बोली भैया आप बहुत अच्छे हो शिवा ने उसे प्यार से सिर पर हाथ फेरा.
घर लौटते वक्त रास्ते में उसे सिस्टम की फिर से आवाज आई होस्ट आज तुम्हारा एक और टास्क है तुम्हें किसी जरूरतमंद की मदद करनी है तब तुम्हें दो और पॉइंट मिलेंगे शिवा ने आसपास देखा और उसे एक बूढ़ा आदमी दिखा जो सड़क पार करने की कोशिश कर रहा था.
शिवा दौड़कर उसके पास गया और उसका हाथ पकड़कर उसे सुरक्षित पार कराया बूढ़े आदमी ने उसे आशीर्वाद दिया और मुस्कराते हुए चला गया तभी सिस्टम ने कहा टास्क पूरा हुआ तुम्हें दो पॉइंट मिल गए अब तुम्हारे पास पांच पॉइंट हैं.
शिवा को अब सिस्टम पर भरोसा होने लगा था उसे लगने लगा था कि यह सिस्टम उसकी किस्मत बदल सकता है लेकिन वह जानता था कि उसे यह राज किसी से भी साझा नहीं करना है.
रात को जब वह पढ़ाई कर रहा था तभी सिस्टम ने फिर कहा होस्ट अब तुम अगले लेवल के लिए तैयार हो जाओ लेकिन याद रखो तुम्हारा हर कदम अब कठिन होगा और तुम्हें अपने अच्छे कर्मों से ही मजबूत बनना होगा.
शिवा ने आंखें बंद की और मन ही मन कहा मैं वादा करता हूं कि इस सिस्टम का उपयोग हमेशा अच्छे कामों के लिए करूंगा और इसे कभी किसी के सामने प्रकट नहीं करूंगा.
उसने किताब उठाई और पढ़ाई में लग गया अब उसके मन में डर नहीं था अब उसके साथ एक शक्ति थी जो उसे आगे बढ़ा रही थी उसकी जिंदगी अब बदलने लगी थी