Adakaar - 3 in Hindi Crime Stories by Amir Ali Daredia books and stories PDF | अदाकारा - 3

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अदाकारा - 3

                          अदाकारा  3*

       इंस्पेक्टर बृजेशने अजनबी पर और ज़ोर डालना बंद किया और कहा।

"ठीक है भाई। अब बताओ तुम्हारे पास क्या जानकारी है?"

"फ़िल्म अभिनेत्री शर्मिला...."

अजनबी के मुँह से अपनी पसंदीदा अभिनेत्री का नाम सुनकर बृजेश चौंक गया और बीच में ही उसकी बात काट कर चिंतित स्वर में बोला।

"क्या…क्या?शर्मिला को क्या हुआ?"

"शर्मिला को कुछ नहीं हुआ है।"

"तो।फिर तुमने फ़ोन क्यों किया।"

बृजेश गुस्से से गुर्राया।

अब अजनबी भी असमंजस में पड़ गया।

"साहब। मुझे पूरी बात तो कहने दीजिए।"

"हाँ,तो जल्दी बोलो,मुझे घर जाने में देर हो रही है।"

"अभिनेत्री शर्मिला पंद्रह मिनट पहले होटल ब्लूम बुटीक से निकली थीं...."

यह सुनते ही बृजेश फिर से गिन्नाया।और उस अजनबी की बात बीच में ही काटकर फिर से चिल्लाया।

"ओय मिस्टर,क्या मैंने आपको मिस शर्मिला के पीछे कोई जासूसी करने लगा रखा है?ये आप मुझे कैसी इन्फॉर्मेशन दे रहे हैं?"

"अरे साहब,पहले मेरी बात ध्यान से सुनिए तो सही।उसकी गाड़ी में 'एमडी' नामक ड्रग्स है जो किले के आसपास है।"

"क्या?एमडी?ये आप क्या बक रहे हैं।"

खतरनाक ड्रग्स एमडी का नाम सुनकर बृजेश चौंक गया।अपनी पसंदीदा,अपनी सबसे ज्यादा फेवरीट अदाकारा।और उसके पास ड्रग्स?उसे यकीन नहीं आ रहा था।

"तुम्हें कैसे पता चला?"

बृजेश ने अजनबी से जिरह की। लेकिन बृजेश के सवाल को अनसुना करते हुए,अजनबी सामने से धीमी आवाज़ में बोला।

"शर्मिला अपने घर पिकनिक पॉइंट की ओर जा रही हैं। मैंने एक सतर्क नागरिक होने का अपना फ़र्ज़ निभाया है।अब आपको पता है कि आगे क्या करना है।"

"ठीक है। ठीक है,अब जब आपने इतनी जानकारी दे दी है,तो आपको उसकी गाडी का नंबर भी पता ही होगा तो साथमे शर्मिला की गाड़ी का नंबर भी दे दीजिये।"

बृजेश को बहुत आघात पहुंचा था ये सुनकर।

उसे अब भी यकीन नहीं हो रहा था कि शर्मिला का ड्रग्स से कोई संबंध हो भी सकता है।

"हाँ,तो लिख लो 5658।"

यह कहकर अजनबी ने फ़ोन रख दिया।

शर्मिला बृजेश से कभी व्यक्तिगत रूप से नहीं मिली थी।लेकिन उसकी फ़िल्में देख देख कर वो उस पर मोहित हो गया था।शर्मिला बृजेश की पसंदीदा हीरोइन थीं।वह शर्मिला के अभिनय और उसके नृत्य का दीवाना था। और उसकी मशहूर फिल्म 

*अनार के दाने*

का वो सुपर हिट गाना।

प्यारमे तेरे गिर में तो 

अनजाने मे।

सुध बुध अपनी खो बैठी में 

अनजाने मे।

यह गाना तो उसको मुँह जुबानी याद हो गया था।

अब ये गाना उसकी आँखों के सामने जैसे तैरने लगा। और शर्मिला का उस गाने पर किया हुवा नृत्य ब्रिजेश को अपनी आँखों के सामने दिखाई देने लगा।

कुछ पलों के लिए तो मानो वह किसी दूसरी दुनिया में ही खो गया। 

वो इस कदर खो गया था कि जयसूर्या को अब उसे झंझोड़ना पड़ा।

"सर। सर।"

जयसूर्या की आवाज़ सुनकर उसे जैसे होश आया।

"हुँह। हुँह। हुँह"

बस इतना ही उसके मुंह से निकल पाया।

जयसूर्या ने पूछा।

"किसका फ़ोन था?उसने क्या जानकारी दी? क्या आप ठीक हैं,सर?"

"हाँ। मैं ठीक हूँ।जल्दी से गाड़ी निकालिए जयसूर्या भाई।"

तो जयसूर्या ने बृजेश की ओर प्रश्नवाचक दृष्टि से देखा।

तो बृजेश बोला।

"हम अभी जुहू सर्कल जा रहे हैं।"

पुलिस वैन में बैठते हुए जयसूर्या ने पूछा

"क्या बात है,साहब?आपको क्या ओर किसकी खबर मिली है?"

"शर्मिला की।"

बृजेश ने ठंडे स्वर में कहा।

"शर्मिला कौन है?"

"एक्ट्रेस।"

"ओह.क्या.क्या.हुआ?"

जयसूर्या चौंक गया। 

क्योंकि शर्मिला तो उसकी भी पसंदीदा हिरोइन थी।

"धैर्य रखो। हमें अभी उससे आमने-सामने मिलना है।"

"क्या कहते हो?हमें शर्मिला से मिलना है? वाह,भाई,क्या खूब वह तो तुम्हारी पसंदीदा हीरोइन है?"

"हाँ, है तो सही।"

उसने बहुत ठंडे ओर रूक्ष स्वर में कहा।

"तो फिर तुम उससे मिलने के लिए उत्साहित क्यों नहीं दिखाई देते?"

जयसूर्या के प्रश्न के उत्तर में उसने बस इतना ही कहा।

"जब तुम उससे मिलोगे तो सब कुछ समझ जाओगे।"

जयसूर्या उलझन भरे भाव से बृजेश के चेहरे को देख रहा था।

वर्सोवा लिंक रोड पहुँचकर वे एक कोने में खड़े होकर अपनी पसंदीदा हीरोइन का इंतज़ार कर रहे थे।

बृजेश ने जयसूर्या को शर्मिला की कार का नंबर भी बताया।और दोनों एक के बाद एक वहां से गुज़रती गाड़ियों को देख रहे थे।

(क्या फिल्म अभिनेत्री शर्मिला के पास सचमुच ड्रग्स होंगे?और अगर हाँ,तो इंस्पेक्टर बृजेश क्या करेगा?)