यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक है, लेकिन इसमें डर, थ्रिलर और भयानक रहस्य का हर पन्ना जीवित है।
कालीपुर गाँव के कब्रिस्तान में रात के समय चुड़ैल, डरावनी परछाइयाँ और मौत घूमती हैं। जो भी उनके सामने आता है, उसका सामना साहस और डर के बीच होना पड़ता है।
तैयार हो जाइए एक ऐसे भयावह सफर के लिए, जो आपकी रूह तक हिला देगा, लेकिन याद रखें—यह सब कल्पना है, वास्तविकता नहीं।
गाँव का नाम कालीपुर था।
यह गाँव दिन में ज़िंदा लगता था, लेकिन रात होते ही मर जाता था।
शाम ढलते ही कोई बाहर नहीं निकलता था।
दरवाज़े बंद। खिड़कियाँ बंद।
और बच्चों को सख़्त हिदायत —
“कब्रिस्तान की तरफ़ मत देखना।”
क्योंकि कब्रिस्तान के बीचों‑बीच अजीब सन्नाटा और भयानक परछाइयाँ रहती थीं।
पहली खतरनाक मौत
रवि गाँव का सबसे बहादुर लड़का था।
वह हँसकर कहता —
डर सिर्फ़ कहानियों में होता है।
एक रात वह शराब पीकर कब्रिस्तान गया।
लोगों ने उसे रोका।
उसने हँसकर कहा —
“सुबह सबको दिखाऊँगा, वहाँ कुछ नहीं है।”
सुबह रवि वापस नहीं आया।
तीसरे दिन उसकी लाश मिली।
लेकिन उसकी आँखें खुली थीं, मुँह फैला हुआ।
चेहरे पर ऐसा डर… जैसे मौत से पहले कुछ भयानक देखा हो
सबसे डरावनी बात —
उसके सीने पर छोटे‑छोटे पैरों के निशान थे।
जैसे कोई उस पर बैठकर हँस रहा हो।
कब्रिस्तान जाग उठा
उस रात के बाद गाँव में अजीब चीज़ें शुरू हो गईं।
रात को —
कोई नाम लेकर पुकारता
छत पर चलने की आवाज़ आती
औरतों के बाल अपने‑आप खुल जाते
बच्चों को नींद में कोई थप्पड़ मार देता
सब कहते —
“वो जाग गई है।
चुड़ैल का रहस्य
लोग उसे चुड़ैल कहते थे।
क्योंकि वह दिखती बहुत सुंदर थी, लेकिन मौत फैलाती थी।
सफेद कपड़े।
खुले बाल।
चेहरे पर हल्की मुस्कान।
लेकिन जिसने उसे पास से देखा,
वह ज़िंदा नहीं बचा।
उसकी पीठ उलटी थी, और पैर ज़मीन को छूते नहीं थे।
दूसरी खतरनाक मौत
सीमा, गाँव की औरत, रात को पानी भरने गई।
लौटी ही नहीं।
सुबह उसकी लाश कुएँ के पास मिली।
लेकिन उसका सिर पीछे की तरफ़ मुड़ा हुआ था।
डॉक्टर बोला —
“यह इंसान नहीं कर सकता।”
उसके बाल सफ़ेद हो चुके थे।
जैसे एक रात में बूढ़ी हो गई हो।
सच सामने आता है
गाँव का बूढ़ा पंडित बोला
वो चुड़ैल है।
सालों पहले, उसी कब्रिस्तान में एक लड़की को ज़िंदा जलाया गया था।
उसका कसूर?
उसने एक राजा को ठुकरा दिया था।
मरते वक़्त उसने कहा था —
“मैं चुड़ैल बनकर लौटूँगी… और मौत बन जाऊँगी।”
कब्रिस्तान की रात
तीन लोग हिम्मत करके गए —
पंडित, एक तांत्रिक और अर्जुन।
रात बारह बजे
कब्रिस्तान में हवा रुक गई।
कब्रें खुद खुलने लगीं।
तभी वह सामने आई
सुंदर।
मुस्कराती।
लेकिन आँखों में काला गड्ढा।
उसने बोला
कौन मुझे जगाने आया है?
तांत्रिक ने मंत्र पढ़ा।
उसने जोर से हँस दिया।
अगले ही पल
तांत्रिक हवा में उठा
और दो हिस्सों में मुड़ गया।
भयानक ट्विस्ट
पंडित काँप रहा था।
अर्जुन भागना चाहता था।
तभी चुड़ैल ने अर्जुन को देखा और बोली
तू मेरा है।
पंडित चिल्लाया
“भाग! यह उसी की आत्मा है।
अर्जुन को याद आया
उसकी माँ की मौत भी इसी कब्रिस्तान के पास हुई थी।
सच सामने आया
चुड़ैल उसकी माँ थी।
अंत जो डर छोड़ जाता है
सुबह कब्रिस्तान शांत था।
तीनों गायब थे।
लेकिन गाँव में एक बच्चा पैदा हुआ।
उसकी आँखें जन्म से खुली थीं।
और नर्स ने कहा
यह बच्चा रात में हँसता है
और कब्रिस्तान की तरफ़ देखता है।
आज भी कालीपुर में
रात को
एक औरत खड़ी दिखती है।
सुंदर।
मुस्कराती।
लेकिन अगर उसने तुम्हारा नाम लिया
तो समझ लेना
तुम अगली कहानी बन चुके हो।
( पढ़ते रहिए md ibrar Pratapgarhri को और अपना प्यार देते रहिए एसे ही और कहानियां आप के लिए लाता रहूंगा )