Chapter 1 गड़बड़
यह कहानी है इंद्रजीत और माया की माया एक उड़तीपतंग सी लड़की जिसे हंसना और हंसाना आता है।
वहीं दूसरी तरफ है इंद्रजीत खन्ना जिसे हर चीज अपने हिसाब से चाहिए होता है अगर वह चीज उनके हिसाबसे ना हो तो वह उस चीज़ को जड़ों से खत्म करनेम यक़ीन रखते हैं। ।।।
मैं आपको इस कहानी के किरदारों से मिलवाती हूं , इस कहानी मैं जितना मुख्य किरदार जरूरी है उतना ही अन्य किरदार भी जरूरी है यह कहानी है प्यार ,नफरत ,धोखा और विश्वास की है।
इस कहानी में हर किसी के चेहरे पर एक मुखौटा है। हर एक अपने अंदर राज दफनाया हुआ है ,यहां कब कोई किसी पर वार कर दे पता नहीं चलेगा क्योंकि यह हर किसी का अपना मकसद है किसी को कुछ पाना है तो किसी को छीनना ।यह कहानी आपको हंस आएगी रुलाएगी और आपको अपने आप से प्यार भी करवाएगी
। मुख्य किरदार।
हीरो- इंद्रजीत खन्ना सीईओ ऑफ़ इंद्रजीत खन्ना एंटरप्राइज
इन की जिंदगी के दो ही मकसद है एक अपने परिवार की खुशियां दूसरी अपनी कंपनी को टॉप पर लाना।
इन्हें कभी ना सुनने की आदत नहीं है।।
क्या माया के आनेक वजह से इंद्रजीत की जिंदगी मैं होगी खुशियों की दस्तक?
हीरोइन - माया राने जो है खुशियों से भरी जिसके होने से आसपास के लोगों के चेहरे पर मुस्कान रहती है जो अपने नादानियो , और अपनी समझदारी से लोगों की दिल जीतना जानती है। माया की जिंदगी में उसके परिवार और उसके दोस्त ही उसकी जिंदगी है एक नादानी की वजह से माया की दुनिया में इंद्रजीत नाम का तूफान की एंट्री होती है जो माया की जिंदगी अब तक खुशियों भरी थी इंद्रजीत के आने से उसकी दुनिया तबाह होग या आबाद क्या माया इंद्रजीत की दुनिया को अपना पाएगी।
अन्य किरदार
1 मोहना -मोहना माया की बचपन की दोस्त है। मोंहना को खाना बनाने से बड़ा ही प्यार है । यह अपनी लाइफ में ज्यादा सीरियस रहती है ।इसके नाक पर गुस्सा और माथे पर सीरियसनेस रहता है । जैसे लड़कियों के मथे पर बिंदी और नाक पर नोज पिन लगाएं हुई होती है। बिलकुल वैसे ही।
२ रोहन -यह तो है हमारे हीरो बाबू के पीए यूं तो यह पिए है पर हीरो बाबू के सारे काम Aसे लेकरZ तक सारे काम यही करते हैं ।यू कह लीजिए की यह इंद्रजीत के लिए इंसान कम काम आई रोबोट ज्यादा है।
३ - राहुल खुराना यह हमारे कहानी के हीरोइन के लव इंटरेस्ट बनेंगे पर इन्ह पर इन्हें हमारी हीरोइन के दोस्त से प्यार होगा । इनकी एक सीक्रेट आईडेंटिटी कहानी के अंदर।
४- रुचिता -रुचिता खुराना, राहुल खुराना की बहन है,जिसके लिए उसका भाई सब कुछ है अगर राहुल उसे दिन कहे तो वह भी दिन कहेगी ,रात कहेगा तो रात कहेगी ।यू इस तरह प्यार करती है अपने भाई से जितना राहुल रुचि के लिए मैटर करता है ,उससे ज्यादा नहीं पर माया भी रुचि के लिए भी मैटर करती है । रुचिता के लाइफ में उसके नाम के अलावा रुचि काही नहीं है😆
५-अंजलि - इनका क्या रिश्ता और वह भी किस है ।वह थोड़ा सा सस्पेंस है लेकिन यह बहुत ही खुश मिजाज और चुलबुली लड़की है। इस कहानी में इनकी वजह से ही कॉमेडी सिनेस, डायलॉग मिलेंगे
६ - अभय कपूर - पेशे से तो वकील है और इंद्रजीत के लीगल एडवाइजर और साथ ही इंद्रजीत का काफी अच्छा दोस्त भी।
। यह हमारे कहानी के मुख्य किरदार और अन्य किरदारों के बारे में कुछ जनकारियां है।यह कहानी बहुत ही रोमांचित, रोमांटिक, रहस्यमई होगी हमारा फर्स्टचैप्टर का नाम है गड़बड़ तो फर्स्ट चैप्टर पढ़ने के लिए तैयार हो जाइए।
प्लीज रीडर यह मेरा पहला कहानी लिखने का सफर है और इस सफर को कामयाब बनाने के लिए आप कि साथ की जरूर है अगर आपको इस कहानी में कोई किरदार या कोई अर्थ अन्य चीजों से प्रॉब्लम हैतो प्लीज मुझे जरूर बताइए।
शहर का नाम : Hyderabad
रात के समय K and Q club(किंग एंड क्वीन ) एक लड़कियों का group है जो एक लडकी को cheer up कराह हें। cheer up (you can do it 😺)वह लडकी club के दरवाजा के पास खडि होकर उन साब को गबरयि नज़रो से देखती राहि थी है। और आंखों से ना मे इशारा कर रही थी,,
फिर भी वह लड़कियों का ग्रुप उसे चीयर अप करते हुए उस दरवाजे की तरफ जाने का इशारा कर रहा है।।।
दरवाजा से एक आदमी फोन पर बात करते हुए अंदर आ रहा था। वह लड़की अपने मन में बोली क्या जरूरत थी यें सब खेल खेलने की अब फस गई ना मैं ,हे भगवान मुझे बचा लीजिए आज जिंदा बच गई ना तो आपके पैरों में पांच किट -कैट के चॉकलेट्स चढ़ा उंगी(अपने मन में बोलते हुए चले जा रही थी)
उसने अपनी आंखों को बंद कर कर लंबी सांस लेते हुए मन में बोली यू कैन डू इट माया और आंखें बंद कर कर ही। उसे आदमी के पास जा पहुंची और अपने मन में आई एम सो सॉरी कहा और झट से उसे आदमी के गाल पर किस कर लिया वह आदमी उसे शौक होकर देख रहा था जैसे ही माया ने अपनी आंखें खोलती है तो वह चौंक गई ।वह आदमी दिखने में किसी हीरो से काम नहीं लग रहा था, खासकर उसकी वह कांजी आंखें काले बाल और सावला रंग। माया और वह आदमी एक दूसरे के आंखों में एक तक देखते ही जा रहे थे ।
बैकग्राउंड सॉन्ग (कहते हैं खुदा ने इस जहां में की सीन किसी के लिए हर किसी को बनाया है। कहते हैं खुदा ने इस जहां किसी ना किसी को हर किसी को मिलाया है तेरा मिलना है उसे रब का इशारा मानो मुझको बनाया है तेरे जैसे ही किसीक लिए । कुछ तो है तुझसे रब्ता तेरा मिलना है उसे रब का इशारा मानो मुझको बनाया है तेरे जैसे ही किसीक लिए..........
तभी माया की दोस्त रुचि जा पहुंचती है और उसने माया का हाथ पकड़ा और उसे खींचकर कर ले जाने लगती है तभी माया एकदम से पीछे पलटी और उसे आदमी के पास जहां पहुंची और बोली आई एम रियली सॉरी फिर पीछे पलट कर भागने लगी । वह आदमी कुछ कहा पता उससे पहले ही माया जा चुकी थी । माया के भागते समय उस का झुमका नीचे गिर जाता है ।
वह आदमी झुक कर झुमका उठा था है ,माया भागते ओर देखकर अपने मन में कहता है कि तुमे इसकी कीमत चुकानी होगी फिर वह भी वहां से चला जाता है।
माया और रुचि भाग कर क्लब से बाहर आ जाते हैं ।वहां पहले से ही उनके दोस्त उनका इंतजार कर रहे थे ।।
उनका नाम रितु ,अंजलि, मोहना है। माया ने कहा तुम लोगों को इतना घटिया प्लान बनाने की क्या जरूरत थी ।शुक्र मानो कि आज राहुल नहीं आया था अगर वह होता तो क्या सोचता मेरे बारे में तभी रुचि उसके गले में हाथ डालते हुए बोली क्या सोचता? तभी अंजलि ने कहा यही कि तू उसे पसंद करती है! बीच में रितु बोली पर कुछ भी बोल जिसे तूने किस किया ना वह दिखने में कितना हैंडसम है। रुचि ने भी रितु का साथ देते हुए बोली कहां तो तू सही रही है। कितना हैंडसम है। मोहना ने कहा यार प्लेन तो फ्लॉप हो गया। राहुल की जगह कोई और आ गया और ऊपर से आरती भी नहीं आई,अब आगे क्या करें। राहुल आज पता नहीं क्यों क्लब नहीं आया जहां तक मैंने उसके बारे में पता किया वह हर रोज इस क्लब में आता है पर आज नहीं आया। माया जो अब तक सब की बात सुन रही थी वह बोली चुप हो जाओ तुम सब यह सब क्या बोल रहे हो और तुम सबको यह करने की क्या जरूरत थी और रुचि तूना यह कसम वापस मत दिया कर ।आज तेरी वजह से मैंने किसी को किस किया अगर तू अपनी कसम ना देती तो मैं इस जगह कभी आती भी नहीं आती थी और (गहरी सांस लेकर बोलती है यह सब भूल जाओ और घर चलो क्योंकि घर वाले इंतजार कर रहे होंगे। मेरी मां तो आज मुझे कच्चा चबा जाएगी इतनी देर हो गई है ।चलो अब इतना बोलकर वह सबको वहां से खींच कर ले जाती है ।
सब वहां से चले गए। रात के 10:00 बज रहे थे माया घर आई और उसने देखा कि उसकी मां अभी उसका इंतजार कर रही है ।माया के मा ने उसे देखा और पूछा कहां गई थी तुम घर आने में इतनी देर क्यों कर दिया। । माया ने कहा आई में वह सब दोस्तों के साथ बाहर पार्टी के लिए गई थी। यह सुनते ही माया की मां ने उसे पर बहुत सारा गुस्सा किया, पूछा इतनी रात को पार्टी के लिए जाना सही है क्या? अगर तेरे बाबा को पता चला तो वह तुझे जाने नहीं देंगे और हां! आज एक लड़का आया था उसने कहा कि कल तुम्हारा कोई इंटरव्यू देने को जाना है ।।।
इंटरव्यू की बात सुनते ही माया ने अपनी मां को पूछा कौन आया था उसकी मां ने कहा उसने अपना नाम राहुल बताया। यह सुनते ही माया का मुरझा ने वाला चेहरा खिल गया और उसने अपने मां से पूछा और कुछ कहा है राहुल ने; उसकी मां ने कहा नहीं उसने कागज दिया और कहा उसे इंटरव्यू का सारा इनफॉरमेशन उसे कागज में है और इंटरव्यू लेटर भी है। वह कागज मैं तुम्हारे रूम में रख दिया है ।।
माया अपनी आई की बात सुनकर खुश हो जाती है अपनी मां को गले लगा लेती है। और खुश होकर बोलती है आई आपने तो बहुत अच्छी खबर दी है मुझे। इतना बोलकर वह अपनी आई को चूम लेती है।
माया की मां बोली
सुबह 11:30 बजे तुम्हें इंटरव्यू देने के लिए जाना होगा इतना सुनते ही माया ने अपनी मां को एक बार फिर से जोर से गले से लगाए कहा थैंक यू सो मच आई अपने इतनी अच्छी बात हमें बताने के लिए और हां मां हम बाहर से ही खाना खाकर आ गए हैं तो अब हम सोने जाते हैं । और यह कह कर सोने चली गई।
सुबह का वक्त रानें निवास
यह एक छोटा सा घर है जिसे माया के पिताजी ने अपनी मेहनत से बनाया है अब हम एक-एक कर कर माया के परिवार के बारे में जानते हैं माया की मां रेणुका रानें टेलर है और उनके पिता रेवंत रानें स्कूल टीचर है और ट्यूशन भी पढ़ाते हैं उसके दो छोटे भाई है एक का नाम आदित्य और दूसरे का अभिषेक रानें है। रेणुका जी सुबह-सुबह सब पर चिल्ला रही है क्योंकि , स्कूल नहीं जाना है क्या, और माया तुझे आज इंटरव्यू देने भी जाना है उठ जाओ नहीं तो देर हो जाएगी तो मुझे मत कहना की मां आपने मुझे क्यों नहीं उठाया और उसे उठाते उठाते दूसरे कमरे में चली गई जहां पर उसके भाई घोड़े बेचकर सो रहे थे उन्होंने कहा आदित्य उठ जाओ अभिषेक उठ जाओ स्कूल जाना है और तुम दोनों की परीक्षा है आज उठो जल्दी से इतना कहकर उनके मुंह से चादर हटाए दोनों नखरे करते हुए उट गए और बोले गुड मॉर्निंग मॉम और दोनों अपने-अपने स्कूल और कॉलेज जाने के लिए तैयार हो गए पर हमारी माया तो अपनी सपनों की दुनिया में खो गई थी। अब वक्त साढ़े 9:00 बज रहे थे रेणुका जी रेवंत जी से कहा आपकी लाडो तो उठा नहीं रही है जाइए उठाइये नहीं तो उठाकर सारा घर अपना सर पर उठा लेगी और कहेंगी देर हो गई देर हो गई।।,
जाइए इतना कहकर रेणुका जी अपने काम करने लगी और रेवंत जी माया को उठाने चले गए।
क्या माया पहुंचेगी समय पर इंटरव्यू देने? कैसे चुकाएगी माया कीमत जानने के लिए पढ़ते रहि