Three best forever - 19 in Hindi Comedy stories by Kaju books and stories PDF | थ्री बेस्ट फॉरेवर - 19

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थ्री बेस्ट फॉरेवर - 19

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( >💜💜💜 हेलो दोस्तों और उनके दुश्मनों ज्यादा माथा पच्ची ना करते हुए next ep पढ़ लो,,,

"खी खी खी दात दिखाना हो गया हो तो सब सामने की ओर देखो वरना दात के साथ आखें भी निकाल लूंगा" अब आगे,,,,

ये सुन सभी झटके से उस ओर देखे क्योंकि ये प्रिंसीबल सर बिलकुल नहीं है ज्ञानेद्रीय सर है आखिर इतनी खतरनाक धमकी उनके सिवा दे हो कौन सकता हैं और उनका खौफ तो सब जानते ही हैं और अब तक आप ही जान गए होंगे।

सबकी नजर एक हल्की यलो लाइट की रौशनी हॉल में सामने लगे बड़ी घड़ी की ओर थी।
और घड़ी टिक टिक करती हुई 11:58 दिखा रही थी।

समय देखते ही सब समझ गए। अब सिर्फ एक मिनट रह गया था ज्ञानेद्रीय सर बोले "चालीस सेकेंड होते हीउल्टी गिनती शुरू कर देना वरना,,,," इतने में ही चालीस सेकेंड हो गए।

और सभी सुर में सुर मिलाकर गाते हुए "टेन नाइन एट सेवेन सिक्स फाइव फोर थ्री टू वन,,,
हाथ मिलाओ दोस्त बनाओ
शिकवे भुलाओ गले से लगाओ,,,
देखो देखो फिर से आ गया थीअर्स
हैप्पी न्यू ईयर हैप्पी न्यू इयर हैप्पी न्यू ईयर।।2।।
सुनो जरा क्या बोले जवानी
आएगी ना ये रात सुहानी
नए सुबह की नई कहानी दिल में किसी 
तुम घर बसा लो देदो किसी को दिल 
देखो देखो फिर से आ गया थीअर्स
हैप्पी न्यू ईयर हैप्पी न्यू इयर हैप्पी न्यू ईयर।।2।।

गाना खत्म कर एक फिर सब चिल्लाते हैं "very very Happy New year Everyone" 

फिर अचानक से घड़ी पर पड़ रही हल्की रौशनी भी कही छू मंतर हो गई। सभी फिर चौंक गए।

"अरे यार आज happy new year हैं full DJ बजना नाच गाना होना चाहिए और आप लोग हो की अंधेर नगरी छुपन छुपाई गेम खेल रहे हो बस भी करो,,," मस्तानी बोलते हुए एक दम से चुप हो क्युकी उसे महसूस हो रहा था की पूरे हॉल में वो अकेली ही खड़ी हुई खुद से ही बतिया रही हैं।

वो आगे बढ़ने को हुई की उसके ऊपर लगा झूमर चारों तरफ खूबसूरत रौशनि बिखेर दिया मस्तानी की आखें चौंधिया गई। वो धीरे धीरे आखें खोली और वो भव्य नजारा देख हैरान खड़ी आखें बड़ी बड़ी कर बस देखती रह गई। 
धीरे धीरे एक एक कर हर लाईट जलने लगी और पूरा हॉल रौशनी से चमकने लगा पुरा हॉल ब्लैक रेड एंड व्हाइट बलून से सजा हुआ था। 

वो हैरानी से मुंह खोले गोल गोल घूमते हुए चारों ओर उस खुबसूरत नही नही हॉरर बर्थडे डेकोरेशन को देख रही थी जैसा उसका फेवरेट है बिलकुल वैसा ही था।

तभी अचानक वो चिहुंक गई क्युकी रियूमा अचानक उसके सामने प्रकट हो गई थी।

मस्ती गहरी सांस लेकर नोर्मल हुई और बोली "अबे तू भूत की तरह क्यू प्रकट हो रही ? कहा चली गई थी? मनी और सब लोग कहा है?" 

वही रियू खामोश उसे पीछे देखने का इशारा की तो मस्ती ना समझी से पीछे देखी तो वो और ज्यादा हैरान रह गई
मनीष बर्थडे केक लिए उसके सामने मुस्कुराते हुए खड़ा था।
"आखें क्या फाड़ रही चल कैंडल बुझा विश मांग" रियू मुस्कुराते हुए बोली।

मस्ती खुशी और हैरानी के मिले जुले भाव से"तुम दोनो ए कब,,,"  वो आगे कुछ बोलती की 

मनी उसकी बात काट कर "बाद में बाद में पहले कैंडल,,," उसकी बात मान मस्तानी चहकते हुए कैंडल पर फुक मारी 

तभी एक धमाका हुआ मस्तानी चिहुंक कर जैसे ही पिछे पलटी उसके ऊपर रेड रोज की बारिश शुरू हो गई वो चहकते हुए  ऊपर देखी सारे  स्टूडेंट और टीचर्स ऊपर से फूल बरसा रहे थे।  

"अरे  रुको रुको कैंडल तो बुझी ही नही" ज्ञानेद्रीय सर जिनकी नजर जलती कैंडल पर चली गई वो सबको फूल बरसाने से रोक दिए।
उनकी बात सुन सभी रुक गए।

धनेशी, स्ट्रॉन्ग जलती कैंडल को देख मन में "ये बुझी क्यों नहीं?"
लेकिन मस्ती समझ गई थी क्यू नही बुझी।
"ओह,,मेरा फेवरेट मैजिकल कैंडल I like it" मन में बोल मस्ती फिर फुक मारी लेकिन इस बार भी नहीं बुझी

सभी समझ गए कैंडल का कमाल लेकिन डरपोक लोगो  को कौन समझाए उनके दिमाग तो डर में ही बंद पड़ गया था। 

धनेशी रिचा को गले लगाते हुए "मु,,मुझे लगता है ये बहुत बड़ा अ,,अपसगुण हैं" 

स्ट्रॉन्ग राहुल को जकड़े "हा क,,कैंडल नही बुझ रहा जरूर कोई प,,प्रेत आत्मा को बुरी शक्ति है" 

सभी उनकी बचकानी बात सुन मुंह बना लिए।

प्रिंसीबल सर तो भड़क ही उठे "चुप करो बंद्दीमागो बर्थडे का मैजिक कैंडल है पहली बार देख रहे हो क्या?" 
उनकी बात सुन धनेशी और स्ट्रॉन्ग हड़बड़ा गए और मुंह बना लिए।
सभी नीचे हॉल में आते हैं। 
मस्ती की कोशिश जारी थी कैंडल बुझाने की पर वो बुझ ही नही रहा था। 
अब सबके साथ मस्तानी भी खीज उठी "साला किस कलमुही कंपनी ने बनाया ये मोमबत्ती फुक फुक कर मेरी सारी सास खत्म हो गई और ये है की दिमाग का दही कर रही " 

"शांत,,शांत होजा मस्ती" मनीष उसे शांत करते हुए बोला। तभी

"आइडिया,,," मस्तानी एकाएक चिल्लाई।

सभी चौंक कर "क्या ?" 

"सब मिलकर फुक मारते हैं" मस्ती किसी साइको की तरह हस्ते हुए बोली।

सभी डरी हुई नजरों से उसे देख एक साथ "गु,,गुड आईडिया" 

फिर सभी एक साथ मिलके फुक मारे की मोमबत्तियां बुझने के साथ उड़ ही गई और उसने लगा क्रीम किसी न किसी के मुंह पर छिटक गया।

सभी एक दूसरे को देखे और ज्ञानेद्रीय सर को छोड़ सभी खिलखिलाकर हंस पड़े।

"हंसना हो गया हो तो जल्दी केक कटिंग करो वरना कोई मक्खी मच्छर गिर पड़ा तो पता भी नही चलेगा और ठूस लोगे,,,पता तब चलेगा जब बेड पर पड़े रहोगे और डेंगू मरेलिया का न्यूज डॉक्टर देगा" ज्ञानेद्रीय सर की बात सुन सभी एक पल के सदमे में चले जाते है फिर जल्दी जल्दी खुद को नॉर्मल कर लिए।

मस्ती केक कटिंग knife हाथ में पकड़ "ठिक हैं मैं केक कट करती" लेकिन वो काटी ही नहीं बल्कि मनीष रियु को आखें दाए बाए घुमा घुमा कर देखती है। उन दोनो के साथ सभी समझ गए की वो क्या चाहती हैं पर सब अनजान बने हुए थे।
तो वही मनीष और रियु उसे तंग करने के मूड में आ गए थे।
"क्या हुआ मस्ती काटो ना केक टाइम बीतता जा रहा" मनीष अपनी हसीं कंट्रोल कर उसे तंग करते हुए बोला।

तो मस्ती फिर ऊंची आवाज में बोलती है "हा मैं अब केक काटने जा रही हू" 

"अबे तो काट ना ढिढोरा क्यू पीट रही" रीयू की बात सुन सभी हस पड़े। 
तो वहीं मस्तानी का मुंह फूला ली।


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( >💜💜💜 मस्ती का केक कटिंग हम पढ़ेंगे next ep में बने रहे स्टोरी के साथ हे प्यारे दोस्तो प्लीज छोटी सी कमेंट कर बता दिया कीजिए की स्टोरी कैसी चल रही क्युकी व्यूज तो बढ़ रहे पर,,, खैर इतनी मेहनत से लिखी हु कम से कम मुझे पता तो चलना चाहिए न लेकिन लगता हैं स्टोरी बोरिंग हो गई है मेरी खैर अब प्रतियोगिता के लिए लिखी हु तो पूरा खत्म करना मेरा फर्ज है। मिलते हैं जल्द ही 💜💜💜