फिर वो चारों डाइनिंग टेबल की ओर बढ़ते है और बैठकर खाना खाते है। सिमरन आज ईशान के पास बैठी थी, और उसे मन ही मन काफी अच्छा लग रहा था कि उसका भी कोई परिवार का सदस्य है, जो सच में उसके बारे में सोचता है। उसे कही न कही बुरा भी लग रहा होता है कि उसने ईशान के आते ही उससे बेरुखी से बात करी। पर अब सब ठीक है। ऐसे ही सोचते हुए और बातें करते हुए वो अब खाना खा लेते है और उसके बाद सिमरन, ईशान के साथ सोफे में बैठकर बातें करने लगती है।
आज तानिया और साहिल को सिमरन का अलग ही रूप दिख रहा था, उन दोनों ने तो पहली बार सिमरन को इतना बोलते हुए देखा था। उन्हें भी मन में बहुत खुशी हो रही थी , सिमरन को इस तरह देखकर। इधर ईशान और सिमरन अपनी पुरानी बातें कर रहे होते है और सिमरन उससे उसके पढ़ाई और बाकी सब के बारे में भी पूछ रही होती है। तभी ईशान देखता है कि साहिल उससे थोड़ा दूर ही खड़ा होता है तो वो बोलता है कि;
ईशान - आइए न जीजू, बैठिए, आप तो कुछ बोलते ही नहीं, मैं जबसे आया हूं, आपको सबसे कम बोलते हुए देखा है मैंने।
साहिल - हां, बिल्कुल, मैं अपने साले साहब के पास तो बैठा ही नही! पर आपकी बहन आपको फ्री करे तो मैं भी आपसे दो बातें कर पाऊं ना!
ईशान - हां, दीदी एक बार शुरू हो जाती है बोलना, तो फिर चुप ही नही होती है।
यह कहकर साहिल और ईशान दोनो हंस देते है।
सिमरन - यह क्या बात हुई भला? तुम दोनो मेरे ऊपर हंस रहे हो। अब से मैं बोलूंगी ही नही कुछ। ईशान तो छोटा है, लेकिन तुम भी मेरा मजाक बना रहे हो साहिल, यह गलत बात है ना!
साहिल - अरे मैने कहां मजाक बनाया तुम्हारा?
सिमरन - अच्छा, तो फिर हंसे क्यों?
साहिल - क्योंकि ईशान हंसा, और वो फिर ईशान की तरफ देखकर हंसने लगता है।
ईशान को तो उन दोनो की ऐसे नोकजोक देखकर मजा आ रहा था। तभी वो बोलता है कि;
ईशान - दीदी, मैं अभी आता हूं, ऊपर का पूरा घर देखकर! आप बैठो तब तक यहां, जीजू के साथ!
सिमरन - चलो, मैं भी चलती हुं तुम्हारे साथ! तुम्हे अच्छे से दिखा दूंगी।
ईशान - दीदी, मैं कोई बच्चा हूं क्या, जो आप मुझे घुमाएगी घर में। मैं देख लूंगा, आप बैठो। और वो जल्दी से चला जाता है।
साहिल - वैसे अच्छा हुआ ना कि ईशान यहां पर आ गया। तुम्हे पता तो चला, कि वो बाकी घरवालों जैसा नही है।
सिमरन - हां,सही कहा तुमने साहिल! मैं तो अपने भाई के बारे में पता नही क्या क्या सोच रही थी। पर आज मैं बहुत खुश हुं सच्ची!
साहिल - और मैं भी!
सिमरन - अरे, मेरी खुशी का तो पता चलता है लेकिन तुम क्यों इतने ज्यादा खुश हो? तुम तो ईशान से भी पहली बार मिले हो, है ना!
साहिल - कभी कभी हम बिना कारण के भी तो खुश रह सकते है ना! आज पता नही क्यों, लेकिन बहुत अच्छा फील हो रहा है सिमरन!
सिमरन - चलो अच्छा है। अब ईशान तो हमारे साथ है। बस उसकी लाइफ में मेरी वजह से कोई प्रॉब्लम न आए।
साहिल - तुम चिंता मत करो, ईशान का ख़्याल रखने के लिए मैं हूं ना!
ऐसे ही साहिल और सिमरन बैठकर बातें कर रहे होते है। साहिल को आज सच में बहुत अच्छा लग रहा होता है क्योंकि सिमरन अब उसके साथ खुल कर बात कर रही थी। और सिमरन तो आज सच में खुश थी कि उसका भाई आ गया है, और वो उसके साथ है।
इधर ईशान पूरे घर में घूम रहा था। उसने तो अपनी दीदी और जीजू को थोड़ी प्राइवेसी देने के लिए ये बहाना बनाया था। और अब वो अकेले घूमकर पक रहा था।
इधर तानिया छत पर गई हुई थी और वापस सामने से आ रही होती है। और ईशान तो घूम ही रहा था, तो फिर से वो दोनो एक दूसरे के सामने आ जाते है। पर इस बार ईशान जैसे ही टकराने वाला होता है, वो तानिया को देख लेता है, और पहले से ही संभल जाता है। और तानिया भी ईशान को देख लेती है तो इस बार बिल्कुल पास से टकराने से बच जाते है।
तानिया - वाह, लगता है हमारी कुंडली में तुमसे टकराना ही लिखा है, पर बच गए इस बार तुम। और वो हंसने लगती है।
ईशान की तो, तानिया के सामने बोलती ही नही खुलती है। वो फिर से बस तानिया को देखता रह जाता है। और उसे हंसता हुआ देखकर खुद भी हंसने लगता है।
तानिया - by the way, Iam sorry. हमने तुम्हे बिना जाने, अजीब ही बोल दिया बहुत कुछ! हमे नही पता था कि तुम सिमरन के भाई हो।
ईशान - अरे नही, it's ok. मैं समझता हुं, और वैसे भी गलती मेरी ही थी। मुझे ऐसे बिना बताए इस तरह से अंदर नही आना चाहिए था।
तानिया - अच्छा छोड़ो वो सब, वैसे हम तानिया है, साहिल की बड़ी बहन!
ईशान - Nice name तानिया! लेकिन वो तानिया के introduction पर उसके बाद कुछ सोचने लग गया। अच्छा , तो आप बड़ी बहन हो साहिल जीजू की!
तानिया - हां, क्यों लगते नही है क्या? उसने मजाक में पूछा।
ईशान - नही,आप छोटे लगते हो, और वो हंस देता है। तो साथ में तानिया भी हंस देती है।
और ईशान फिर से खुद हंसना छोड़कर, तानिया को देखने लगता है।
तानिया उसे देखती है तो पूछती है कि;
तानिया - यह तुम बार बार कहां खो जाते हो? सपनो में रहते हो क्या दिन में भी? और फिर से हंसने लगती है।
ईशान - अरे नही नही! मैं सिर्फ सोच रहा था कि मुझे आपसे एक मदद चाहिए तो क्या आप मेरी मदद करेंगे?
तानिया - हां, बिल्कुल बोलो! हम जरूर तुम्हारी मदद करेंगे।
क्रमश :