आज नेहा अपने जन्मदिन पर बेहद खुश थी और चहक रही थी क्योंकि आज उसे उसके जन्मदिन का बेहद खास और खूबसूरत तोहफा जो मिलने वाला था।
ऋषि जो उसका बॉयफ्रेंड था, उसने नेहा के लिए एक सरप्राइज़ पार्टी रखी थी। नेहा को बस शाम होने का इंतजार था। समझो उसका यह इंतजार पूरा भी हो गया।
ऋषि, नेहा को अपने साथ पार्टी वाली जगह पर ले गया। सबने उसे ढेर सारी बधाइयां दी और साथ ही ढेर सारे तोफहे भी दिए।
ऋषि ने उसे सबके सामने, शादी के लिए प्रपोज भी कर दिया। नेहा के लिए यह सबसे खूबसूरत दिन था। इतने वक्त के इंतजार के बाद आखिरकार ऋषि उसका होने वाला था।
सब बहुत खुश थे, पार्टी भी अच्छे से हो गई थी। उन्ही तोफोहों में से उसे एक तोफहा मिला, जिसपर किसी का भी नाम नहीं लिखा था।
नेहा ने उस तोफहे को खोल कर देखा तो उसमें एक नेकलेस था, जिसमें काले रंग के डायमंड लगे हुए थे। नेहा को लगा इतना महंगा तोफहा तो बस ऋषि ही दे सकता है। नेहा उस नेकलेस को पहन लेती है।
ऋषि जो अभी तक वॉशरूम गया हुआ था। वहां से आते ही जब वह नेहा को देखता है तब डर कर पीछे हट जाता है, क्योकिं अब उसे नेहा में नेहा नहीं उसकी पहली गर्लफ्रेंड रीमा नजर आ रही थी, जो कि एक हादसे में मर चुकी थी।
नेहा, ऋषि से पूछती है....कैसा लग रहा है ये नेकलेस ?
ऋषि उससे दूर भागने लगता है। नेहा भी ऋषि....ऋषि...आवाज़ देते हुए उसके पीछे जाती है, लेकिन ऋषि नहीं रुकता। उसके ना रुकने पर नेहा की आवाज़ बदल जाती है.....वह कहती है.....ऋषि रुको ना, क्यों भाग रहे हो ? देखो कितनी सुंदर लग रही हूं मैं, तुम्हारे दिए इस नेकलेस में।
ऋषि डरते हुए पीछे पलट कर देखता है....नेहा हवा में लटकी हुई थी। वह उसे ऐसे देखते ही, वहां से भागने लगता है।
वह जैसे ही पलट कर भागने के लिए मुड़ता है, नेहा उसके सामने आ जाती है। उसका चेहरा झुलसा हुआ था और बहुत ही डरवाना लग रहा था। उसके चेहरे को देखते ही ऋषि की चीख निकल जाती है। वह डर से कांपने लगता है।
नेहा, ऋषि के पास आते हुए कहती है.....क्या हुआ डर क्यों गए तुम मुझे देखकर, तुम्हारी वजह से ही तो मेरी ये हालत हुई है।
ऋषि चिल्लाने लगता है....मैंने कुछ नहीं किया..मैंने कुछ नहीं किया !!
नेहा हंसने लगती है और कहती है..... मैं भी कुछ नहीं करूंगी तुम्हारे साथ। बस वही करूंगी जो तुमने उस दिन किया था मेरे साथ।
ऋषि को याद आता है, कैसे उसने रीमा की बर्थडे पार्टी के दौरान जान बूझकर उस पर शैम्पेन गिरा दी थी और मौका देखकर उस पर लाइटर फेंक दिया था। जिससे रीमा बुरी तरह झुलस गई थी और किसी ने उसकी मदद भी नहीं की थी।
यह याद आते ही ऋषि कहने लगता है..... प्लीज़ मुझे माफ़ कर दो रीमा, मैंने तुम्हारे साथ बहुत ग़लत किया था।
रीमा जोर जोर से हंसने लगती है और कहती है....तुम माफी के लायक नहीं हो और ना ही ये तुम्हारी गर्लफ्रेंड। तुम दोनो का ही प्लान था ना वह.....अब भुगतो तुम दोनो भी।
इसी के साथ रीमा जो नेहा के शरीर में थी उसके उपर वहां रखी शैम्पेन की पूरी बोतल उंडेल देती है और ऋषि पर भी।
वह नेहा के शरीर से बाहर आते हुए उन दोनों पर वही लाइटर जला कर फेंक देती है। दोनो बुरी तरह जल जाते हैं। चारो तरफ उनके चीखने की आवाज़ें ही आ रही थी।
रीमा की आत्मा हंसते हुए कहती है....हैप्पी बर्थडे टू यू !!
हैप्पी बर्थडे!!
कंचन सिंगला
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