तानिया का दिमाग घूम रहा था कि ईशान को हो क्या गया है? उसने इस तरह से सवाल क्यों पूछा। साथ ही तानिया ये भी नही समझ पा रही थी कि ईशान के इस बिहेवियर से उसे इतना फर्क क्यों पड़ रहा था। एक अंजान की तरह ही तो है वो उसके लिए! यही सब सोचते सोचते और गाड़ी चलाते हुए तानिया अचानक से अपनी गाड़ी रोक देती है। वो जहां पर गाड़ी रोकती है, वहां पर बहुत ज्यादा लोग नही होते है। सिंपल सी सड़क होती है, और काफी कम गाड़ियां आ जा रही होती है। तभी तानिया अपनी गाड़ी के ड्रॉअर से सिगरेट का एक पैकेट और लाइटर निकालती है और उसमे से एक जलाकर, बाहर आकर स्मोक करने लगती है।
[ वैसे तानिया स्मोकिंग बहुत कम करती है, लेकिन जब उसके दिमाग में ढेरो बातें चलती है तो वो खुद पर कंट्रोल नही कर पाती है और कभी कभी स्मोक कर लेती है। पर इस बात को तानिया भी नोटिस नही कर रही थी कि अभी ईशान के इतना सा कहने पर उसे इतना फर्क पड़ रहा था कि वो स्मोक भी करने लगी। ]
तानिया मन में सोचती है कि शायद हमने ही उसे सिर पर चढ़ाया है इतने भाव देकर! हमसे इस तरह से बात करके कैसे जा सकता है वो? चलो छोड़ो अभी वो सब, और फिर वो थोड़ी देर में फिर से अपनी गाड़ी में बैठकर कंपनी की तरफ चली जाती है।
इधर ईशान टैक्सी में बैठा हुआ होता है और तभी अचानक से उसकी आंखों में आंसू आने लगते है। उसके मन में पता नही क्या चल रहा होता है? वो यही सोच रहा होता है कि सभी मेरी फीलिंग्स के साथ क्यों खेल रहे है? जिसके मम्मी पापा ने ही उसके प्यार का फायदा उठाया हो, उसके साथ सब खेलेंगे ही ना! मुझे न अपने दिल की बात सुननी ही नही चाहिए, वैसे भी मैं इस लायक नही हुं कि तानिया जी मुझे कभी पसंद करेगी। तो इससे अच्छा तो यही है कि मैं पहले ही उनसे दूर हो जाता हूं। फिर वो खुद को बोलता है कि ईशान, पहले वाला बंदा बन जा, वही सही है। प्यार सभी की कमजोरी होता है, और तेरे साथ भी यही हो रहा है। यही सब सोचते हुए वो देखता है कि साहिल की कंपनी आ गई है, तो वो टैक्सी से नीचे उतरकर सबसे पहले कार पार्किंग में जाता है और देखता है कि तानिया की कार अब तक यहां पर नही है। इसका मतलब वो यहां पर अब तक नही आई है, तो वो वही छुपकर उसका इंतजार करने लगता है, ताकि सिमरन को अजीब नही लगे। थोड़ी देर में वहां पर तानिया की कार भी आ जाती है और वो कार पार्क करके, कंपनी के अंदर चली जाती है। जैसे ही सिमरन, तानिया को देखती है तो जल्दी से उसके पास जाती है और बोलती है कि;
सिमरन - तानिया दीदी, आप इतने लेट कैसे हो गए? मैं कबसे आपका इंतजार कर रही हुं।
तानिया - बस यार, यह ट्रैफिक में फंस गए थे हम! तुम तो जानती हो ना कि आगरा में भी मुंबई से कम ट्रैफिक नही है। यह कहते हुए दोनो हंस देती है। तभी सिमरन का ध्यान जाता है कि ईशान, तानिया के साथ नही है। तो वो पूछती है कि;
सिमरन - दीदी, ईशान कहां पर है? आप उसे ही तो लेने गए थे ना। दिखाई नही दे रहा है वो आपके साथ ?
सिमरन की बात सुनकर तानिया सोचने लग जाती है कि सिमरन को क्या जवाब दे, तभी उन्हे पीछे से आवाज आती है।
ईशान - मैं यहां हूं दीदी, आप भी क्या बच्चों की तरह सवाल पर सवाल खड़े कर देती है। ईशान ने सिमरन के गले लगते हुए कहा।
सिमरन उसे कंधे पर धीरे से मारती है और बोलती है कि;
सिमरन - तेरी चिंता होती है तो सवाल नही करूंगी क्या इडियट! छोटा है मुझसे तो छोटा ही रह, समझा! सिमरन ने उसे मजाक में कहा और फिर दोनो हंस देते है। तभी ईशान की नजर तानिया पर पड़ती है जो उसे ही देख रही थी। पर जैसे ही वो दोनो एक दूसरे को देखते है तो ईशान अपनी नजरें फेर लेता है, और तानिया भी उसे बिना कोई रिस्पॉन्स दिए सिमरन से पूछती है कि;
तानिया - सिमरन, भाई कहां पर है? हम मिलकर आते है उससे! और वो चली जाती है। फिर सिमरन और ईशान काफी देर तक बातें करते है कि आज उनके घर पर क्या हंगामा होने वाला है, और सिमरन के सिंगिंग करियर के बारे में! इधर तानिया, साहिल को भी वही रीजन बता देती है जो उसने सिमरन को बताया था।
इधर आचार्य मेंशन में ;
राजीव जी बाहर से आते है, उनके चेहरे पर गुस्सा साफ दिखाई दे रहा होता है। तभी वो किरण की ज़ोर ज़ोर से आवाज लगाने लग जाते है।
राजीव जी - किरण, किरण जल्दी से नीचे आओ! उनकी इतनी तेज आवाज सुनकर किरण के साथ सुहाना जी भी हॉल में आ जाती है और उनसे पूछने लगती है कि आखिर राजीव जी इतना गुस्सा क्यों कर रहे है।
किरण - क्या हुआ पापा, आप इस तरह से चिल्लाकर क्यों बुला रहे है मुझे? आपको पता है कि विपिन सो रहा है, और आपकी इस आवाज से वो उठ सकता है। किरण ने थोड़ा गुस्सा करते हुए बोला तो राजीव जी को और भी तेज गुस्सा आ गया और वो जोर से बोले कि;
राजीव जी - बस करो किरण अब! विपिन के अलावा भी बहुत बड़ी दुनिया है, जिसमे बहुत कुछ ऐसा चल रहा है जो तुम्हे पता होना चाहिए। यह देखो पहले........और यह कहकर राजीव जी अपने फोन में सिमरन का जो एल्बम लॉन्च हुआ होता है, उसे चला देते है। सभी लोग सिंगर की आवाज सुनते ही पहचान जाते है कि यह और कोई नही, बल्कि सिमरन की ही आवाज है, जिसे किरण पहले इस्तेमाल करती थी। और ऑटो - ट्यून की मदद से, वो उसमे थोड़ा बदलाव कर देते थे।
सुहाना जी - यह तो सिमरन की आवाज है, पर वो कैसे अपनी खुद की आवाज को ऐसे लोगो के सामने ला सकती है। इससे तो किरण का करियर बर्बाद हो जाएगा। किरण तो गुस्से से आगबबूला हो चुकी थी और वो चिल्लाती है कि;
किरण - उस लड़की को मैं अपना करियर बर्बाद नही करने दूंगी, समझे आप लोग! मेरी देखा देखी करेगी वो! उसकी हिम्मत कैसे हुई, मुझसे बिना पूछे अपनी आवाज में गाना रिकॉर्ड करने की! और फिर घुटनों के बल जमीन पर बैठ जाती है।
राजीव जी और सुहाना जी अपनी बेटी को इस तरह देखकर फिर से इमोशनली कमजोर पड़ने लगते है। फिर राजीव जी उसे उठाते है और बोलते है कि;
राजीव जी - बेटा, तुम चिंता मत करो, और अभी अपने कमरे में जाओ। सुहाना जी, आप किरण को उसके कमरे में लेकर जाइए।
फिर सुहाना जी और किरण दोनो चले जाते है और राजीव जी किसी को फोन लगाते है।
इधर किरण जैसे ही कमरे में आती है तो विपिन उससे पूछता है कि;
विपिन - क्या हुआ बेबी, तुम इतनी दुखी क्यों हो? बाहर से बहुत शोर भी आ रहा था, कुछ हुआ है क्या?
[ विपिन अभी भी बेड रेस्ट पर ही था, जबसे उसे साहिल ने मारा था वो काफी कमजोर हो गया था। लेकिन फिर भी जैसे ही उसने राजीव जी के चिल्लाने की आवाज सुनी तो वो कमरे से बाहर आ गया था, और छुपकर सारा ड्रामा देख रहा था। लेकिन उसे कोई ज्यादा फर्क नही पड़ा। पर उसने सोचा कि अभी नीचे जाने का कोई फायदा नही है। और अगर वो उस समय नीचे जाता तो उसे भी दुखी होने का ड्रामा करना होता! वो मन में सोचता है कि यह किरण कितना ड्रामा करती है? अभी नीचे गया तो इसका नाटक बर्दाश्त करना पड़ेगा। तो वो वापस कमरे में आ गया और आगे की प्लानिंग के बारे में सोचने लगा।]
किरण - सिमरन ने इंडस्ट्री में गाना शुरू कर दिया है, और आज उसकी एल्बम रिलीज भी हो गई है।
विपिन, किरण को अपने पास बुलाता है और उसके गालों पर हाथ रखकर बोलता है कि;
विपिन - जान, तुम्हे यही फिक्र है ना कि वो सारी लाइमलाइट ले जायेगी और तुम पर मीडिया और बाकी लोगो का फोकस कम हो जाएगा। तो तुम चिंता मत करो, मैं इसके लिए भी कुछ सोचता हूं। चलो, अब तुम मुस्कुरा दो।
किरण - तुम हो, तभी तो मुझे फिक्र नही है जान! पर तुम्हारी तबियत भी अभी सही नही है। ऐसे में तुम क्या करोगे?
विपिन - अरे, वो सब मुझ पर छोड़ दो। अब अगर तुम जल्दी से नही हंसी, तो तुम्हे खुश करने का भी इलाज है मेरे पास! फिर विपिन अपने हाथों को किरण के गालों से उसके गले पर ले जाता है और वहां धीरे धीरे सहलाने लगता है।
किरण (विपिन का हाथ हटाते हुए) - अभी कुछ नही, तुम्हारी तबियत सही नही है ना! तुम आराम करो जान। तभी विपिन मन में सोचता है कि इस लड़की को तो बहाना चाहिए होता है, दूर जाने का! इतना ही था तो शादी क्यों करी मुझसे! पर वो कुछ नही बोलता है। तभी वो देखता है कि किरण उसके पास से उठकर जा रही है तो विपिन उसका हाथ पकड़ लेता है और उसे अपने ऊपर गिरा देता है।
विपिन - इसके लिए तो मेरी तबियत हमेशा से रेडी है जान, और धीरे धीरे किरण को किस करने लगता है। किरण भी अपनी आंखें बंद करके उसे फील करने लगती है, और अपने आप को विपिन को सौंप देती है।
क्रमश :