Chapter 1 – The Beginning: A Boy with a Dream
साल था 1972, असम के खूबसूरत इलाके जोरहाट (कुछ कहते हैं मेघालय का तुरा) में एक छोटे से संगीतप्रिय परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ।माँ इला गर्ग गायिका थीं, पिता मुकुल गर्ग कवि और तबला वादक।घर में हर सुबह संगीत की धुनें गूंजतीं — यही वातावरण उस बच्चे की रूह में उतर गया।माँ ने जब उसे गाते सुना, तो बोलीं —
“तू गा बेटा, तेरी आवाज़ में ईश्वर बसता है।”वो बच्चा था ज़ुबीन गर्ग।
Chapter 2 – The First Step
8 साल की उम्र में उसने पहली बार मंच पर गाना गाया।तालियों की गड़गड़ाहट ने उसके दिल में आग लगा दी — एक सपना जन्मा:> “एक दिन मेरी आवाज़ पूरी दुनिया सुनेगी।”स्कूल के दिनों में वह तबला, गिटार, हारमोनियम, ड्रम्स — सब कुछ सीख गया।संगीत उसका खेल बन गया।
Chapter 3 – The Rise of a Star in Assam
1992 में उसने अपना पहला एल्बम “Anamika” निकाला।यह एल्बम असम में इतना हिट हुआ कि हर गली में उसकी आवाज़ गूंजने लगी।लोग कहते थे — “ज़ुबीन ही असम की आत्मा है।”उन्होंने सिर्फ असमिया नहीं, बांग्ला और नेपाली में भी गाना शुरू किया।हर गाने में एक अलग जादू था — लोकसंगीत और आधुनिक संगीत का संगम।
Chapter 4 – Bollywood Dreams
कई सालों की मेहनत के बाद, 2006 में ज़ुबीन को बॉलीवुड में बड़ा मौका मिला —फिल्म “Gangster” का गाना “Ya Ali”।जब वह गाना रिलीज़ हुआ —पूरा भारत थम गया, हर रेडियो पर, हर टीवी पर बस एक ही आवाज़ “Ya Ali rehem wali...”यह गाना नेशनल चार्ट्स में टॉप पर रहा और ज़ुबीन रातों-रात सुपरस्टार बन गए।उन्हें कई अवॉर्ड्स मिले, लेकिन असली खुशी इस बात की थी कि अब असम की आवाज़ पूरी दुनिया तक पहुंच चुकी थी।
Chapter 5 – The Artist Beyond Singing
ज़ुबीन सिर्फ गायक नहीं थे — वो एक्टर, डायरेक्टर, म्यूज़िक डायरेक्टर और प्रोड्यूसर भी बने।उन्होंने असमिया सिनेमा को नया रूप दिया।फिल्में जैसे:Mission ChinaKanchanjanghaMon Jaaiइनमें उन्होंने न सिर्फ एक्टिंग की, बल्कि म्यूज़िक भी खुद दिया।उनका लक्ष्य था — असम को भारत के म्यूज़िकल मैप पर लाना।
❤️ Chapter 6 – The Man, The Heart, The Soulज़ुबीन ने शादी की गरिमा सैकिया गर्ग से, जो खुद एक सिंगर हैं।दोनों ने मिलकर कई म्यूज़िकल कॉन्सर्ट्स किए और असमिया संस्कृति को आगे बढ़ाया।वे समाजसेवी भी थे — बच्चों की शिक्षा, असमिया संस्कृति और पर्यावरण के लिए सक्रिय रहे।उनका कहना था:> “Music isn’t for fame, it’s for the soul.”---
Chapter 7 – Awards and Recognition
ज़ुबीन को उनके योगदान के लिए कई सम्मान मिले:Best Playback Singer (Filmfare Awards East)Dr. Bhupen Hazarika AwardHonorary D.Litt. (University of Science & Technology, Meghalaya, 2024)और सबसे बड़ा पुरस्कार — लोगों का प्यार।उनकी जीवनी आज स्कूलों में पढ़ाई जाती है — 14 भाषाओं में अनुवादित।
Chapter 8 – The Final Song
सितंबर 2025 में, सिंगापुर में एक कॉन्सर्ट ट्रिप के दौरान अचानक एक हादसा हुआ।ज़ुबीन गर्ग का दिल हमेशा की तरह मजबूत था, लेकिन शरीर ने जवाब दे दिया।19 सितंबर 2025 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा।सारा असम रो पड़ा।लाखों लोगों ने मोमबत्तियाँ जलाकर कहा —> “Zubeen lives forever in our hearts.”
Epilogue – The Legacy Lives On
आज भी जब कोई “Ya Ali” सुनता है, तो दिल की गहराइयों में एक कंपन उठती है।वह सिर्फ एक गायक नहीं थे —वह एक भावना, एक आंदोलन, एक आवाज़ थे जिसने पूर्वोत्तर को भारत के दिल तक पहुंचाया।> “He came from the hills of Assam…and his voice echoed across the world.
Missing you so much 💘 Zubeen Da