💐रहूँगा तेरा 💐
कभी हो जायें नरम गरम रिश्ते
तो उन्हें तोड़ न देना प्रिये,
कभी मन में हो गर,शिकवा शिकायत,
तो उन्हें कह कर, दूर कर लेना प्रिये ।
इँसान हूँ मैं भी भूल हो ही जाती है,
इस भूल को माफ कर देना प्रिये।
गर भूल करके भी भूल जाऊँ कभी ,
तुम हो मेरी प्राणप्रिया,
गले यूँ ही लगा लेना प्रिये।
जैसे लगाती है पवन गले, खुशबू को,
जैसे लगाती है लहर, कठोर तट को,
जैसे लगाती है बदली , गगन को।
होंगे कई ,पर मैं सिर्फ तुम्हारा,
आकाँक्षी रहूँगा सदा।
💐शोभा शर्मा💐08/04/20
#नरम

Hindi Romance by Shobha Sharma : 111389970

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